Friday, 7 February 2020

नाकाम # कविता # मां का र्दद#अलका माथुर

कहीं तो चूक हुई मुझसे , बच्चा कैसे नाकाम हुआ
अनपढ़ ,अन्जान, अर्कमण्य, क्यों वह भटक रहा,घूम रहा
घर देश को निर्धन करता, उसमें कमियां ढूंड रहा

मॉ की ममता मे स्वार्थ परखता , दोष समय मे खोज रहा
कमजोर बनता , किस्मत की गोद मे बैठ रहा ।।
अलका माथुर
०८.०२.२०२०