यूपी में सारे तालाब हरे हरे पौधो से भरें रहते है।सुन्दर दिखने वाले इन पौधों से सिंघाड़े एक कटीला फल उगता है।हरे बैंगनी रंग के फल स्वादिष्ट होते है ,
छिलका मोटा होता है ,छील कर नरम हो तो ऐसे ही बहुत स्वादिष्ट लगते है ,
वर्ना काट कर छौंक लें, नाश्ता तैयार!!
कचरी
कटे हुए सिंघाड़े
कसी अदरक
जीरा, नमक, अमचूर, हरी मिर्च, हरा धनिया
एक चम्मच तेल छौंक के लिए
सिंघाड़े छील कर काट लें और धो कर रख लें।
तेल गरम करें ,कुकर या कढ़ाई में , छौंक के लिए उसमें आधा चम्मच जीरा डालें।
उसमें सिंघाड़े और अदरक डालें, हरी मिर्च भी छौंक में डाल सकते है।
नमक स्वादअनुसार मिलायें और सिंघाड़े बिना पानी के गल जाने दें।
ऊपर से अमचूर और हरा धनिया डाल कर परोसें।
जरूर बनाइये, बहुत ही स्वाद लगते है।
छिलका मोटा होता है ,छील कर नरम हो तो ऐसे ही बहुत स्वादिष्ट लगते है ,
वर्ना काट कर छौंक लें, नाश्ता तैयार!!
कचरी
कटे हुए सिंघाड़े
कसी अदरक
जीरा, नमक, अमचूर, हरी मिर्च, हरा धनिया
एक चम्मच तेल छौंक के लिए
सिंघाड़े छील कर काट लें और धो कर रख लें।
तेल गरम करें ,कुकर या कढ़ाई में , छौंक के लिए उसमें आधा चम्मच जीरा डालें।
उसमें सिंघाड़े और अदरक डालें, हरी मिर्च भी छौंक में डाल सकते है।
नमक स्वादअनुसार मिलायें और सिंघाड़े बिना पानी के गल जाने दें।
ऊपर से अमचूर और हरा धनिया डाल कर परोसें।
जरूर बनाइये, बहुत ही स्वाद लगते है।
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