दही बहुत ही कमाल की चीज है, लेक्टोबेसिलस ,जामन को थोड़ा सा गरम दूध 30℃ करीब पर एक घन्टे में बन जाता है। दही खाने के अनगिनत फ़ायदे है और अनगिनत चीजें बनाने में भी दही उपयोग होता है।
दही की तासीर ठंडी मानी जाती है, इस लिए ठंडे इलाकों में दही का रायता ठंडा नहीं परोसते होंगे!! राबी पीने का चलन राजिस्थान में , यू पी में छौक लगा कर और उत्तराखंड में भी कुक्ड रायता परोसने का रिवाज़ है।
इसी क्रम में दही की ग्रेवी भी बनती है ।
1 - किसी भी सब्जी में ग्रेवी को थोड़ी खटास, स्वाद और उसको थिक करने के लिए इस्तेमाल करना।
2 - पूरी ग्रेवी ही दही से बनाना 1 - कश्मीर में दही ही ग्रेवी वाली सब्जियां और नॉन वेज ख़ास है - जिसे यखनी कहते है। 2 - थोड़े पतले दही से बनी ग्रेवी जिन्हें यू पी में दही के आलू या अरबी ,कहते है।
3 - दही में बेसन मिला कर कढ़ी ,बनाने या पकाने का भी बहुत चलन है।
आज में अपनी बहुत पसन्द वाली दही के आलू की रेसिपी लिख रही हूँ ,माँ के हाथ जैसी तो नहीं बनती पर तरीका सही से बताती हूँ!!!
दही के आलू
4 उबले आलू
1 कप दही
1 चम्मच जीरा
1 चुटकी हींग
नमक , लाल मिर्च पाउडर स्वादानुसार
1 चम्मच तेल या घी
हरा धनिया कटा हुआ
घी गरम करें , सब्जी बनाने के लिए थोड़ा भारी तले का बर्तन लें।
जीरा और हींग तड़काये और उबले ,छिले और कटे आलू डालें।
एक मिनिट भूनें ।
दही को अच्छी तरह फैंट लें , लम्स होने से दही एक सा नहीं पकता।
आँच से हटा लें और सारा दही डाल दें।
धीमी आँच पर बापस चढ़ाये और उबाल आने तक चलाते रहें।
नमक और लाल मिर्च पाउडर मिलायें।
ऊपर से हर धनिया और गरम मसाला डाल कर परोसें।
हर व्रत में मम्मी ये सेंधे नमक के साथ बनाती थी, हम भाई बहन लड़ाई करके खाते थे।
दही की तासीर ठंडी मानी जाती है, इस लिए ठंडे इलाकों में दही का रायता ठंडा नहीं परोसते होंगे!! राबी पीने का चलन राजिस्थान में , यू पी में छौक लगा कर और उत्तराखंड में भी कुक्ड रायता परोसने का रिवाज़ है।
इसी क्रम में दही की ग्रेवी भी बनती है ।
1 - किसी भी सब्जी में ग्रेवी को थोड़ी खटास, स्वाद और उसको थिक करने के लिए इस्तेमाल करना।
2 - पूरी ग्रेवी ही दही से बनाना 1 - कश्मीर में दही ही ग्रेवी वाली सब्जियां और नॉन वेज ख़ास है - जिसे यखनी कहते है। 2 - थोड़े पतले दही से बनी ग्रेवी जिन्हें यू पी में दही के आलू या अरबी ,कहते है।
3 - दही में बेसन मिला कर कढ़ी ,बनाने या पकाने का भी बहुत चलन है।
आज में अपनी बहुत पसन्द वाली दही के आलू की रेसिपी लिख रही हूँ ,माँ के हाथ जैसी तो नहीं बनती पर तरीका सही से बताती हूँ!!!
दही के आलू
4 उबले आलू
1 कप दही
1 चम्मच जीरा
1 चुटकी हींग
नमक , लाल मिर्च पाउडर स्वादानुसार
1 चम्मच तेल या घी
हरा धनिया कटा हुआ
घी गरम करें , सब्जी बनाने के लिए थोड़ा भारी तले का बर्तन लें।
जीरा और हींग तड़काये और उबले ,छिले और कटे आलू डालें।
एक मिनिट भूनें ।
दही को अच्छी तरह फैंट लें , लम्स होने से दही एक सा नहीं पकता।
आँच से हटा लें और सारा दही डाल दें।
धीमी आँच पर बापस चढ़ाये और उबाल आने तक चलाते रहें।
नमक और लाल मिर्च पाउडर मिलायें।
ऊपर से हर धनिया और गरम मसाला डाल कर परोसें।
हर व्रत में मम्मी ये सेंधे नमक के साथ बनाती थी, हम भाई बहन लड़ाई करके खाते थे।
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