छत्तीसगढ़ में भी सभी तालाबो की सफ़ाई होती है और ज़ोरशोर से तैयारी होती है। छत्तीस घण्टे के व्रत के साथ ही पूजा भी कठोर है।श्रद्धा और विशवास के साथ पूरा परिवार शामिल होता है।
कमर तक पानी में खड़े हो कर डूबते सूरज की पूजा और फिर अगले दिन सूर्य उदय के समय पूजा।
हे छठ माता आप सब पर कृपा करें, लोगों के श्रद्धा और तपस्या स्वीकार हो !!
कमर तक पानी में खड़े हो कर डूबते सूरज की पूजा और फिर अगले दिन सूर्य उदय के समय पूजा।
हे छठ माता आप सब पर कृपा करें, लोगों के श्रद्धा और तपस्या स्वीकार हो !!
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