Saturday, 20 May 2017

पत्ते में पकी फ़िश

कोयले पर सीधा पत्ते में लपेट कर कोई भी चीज़ पकाई जाये तो उसमें कोयले का धुँआ सोक लिया जाता है ।पत्ते का भी जायका कुछ न कुछ खाना ले ही लेता है।फ़िश को घीमी आँच पर कोयले पर पकाने से तीनो तरह के स्वाद मिल जाते है।सोंधी खुशबू ,पत्ते का धुँआ और जो मसाला या फ्लेवर्स आपने डाले है उनका स्वाद।
3 तरह के मैरीनेट या मसाले लिख रही हूँ ।सब एक से बड़ कर एक स्वाद देंगे।
मैरीनेट एक किलो के लायक

1 -
2 चम्मच हल्दी पाउडर
1 चम्मच नमक
1 चम्मच लहसुन पेस्ट
1 चम्मच पिसी सरसों
1 चम्मच सरसों तेल
3 चम्मच नीबू का रस

2 -
1 चम्मच नमक
3 टेबल स्पून टमाटर पूरी
1 चम्मच आटा
1 चम्मच लाल मिर्च
1 चम्मच मलाई

3 -
2 चम्मच पिसी प्याज
1 चम्मच अदरक
1 चम्मच गरम मसाला
1 चम्मच टमाटर सॉस
1 बड़ी चम्मच हर धनिया चटनी
1 चम्मच नमक

फ़िश बनाने के लिए

1 किलोग्राम मच्छी(बिना काटे की या काँटा निकाल कर)
कोई एक मसाला तैयार किया हुआ
केले के पत्ते साफ किये हुए
कोयले की अंगीठी मध्यम आँच वाली
पान का पत्ता इस्तेमाल करना हो तो हर पीस के लिए एक लगेगा।जिन पत्तो में क्यूटिकल की चमकीली परत हो वो ही अच्छे रहते है ।अरबी ,पान, केले और पल्सा या तेंदू पत्ते अधिक उपयोग में लिए जाते है।

 मच्छी को साफ करें और काँटों की दिशा देख कर चिमटी से पकड़ कर सभी कांटे निकाल लें।
मसाला अच्छे से लपेटें और ढक कर रख दे 2 घण्टे के लिए।
पत्ते में लपेटें और बांध कर 20 मिनिट तक भूने।
ओवन या अँगीठी का भी उपयोग किया जा सकता है।
धीमी आँच पर 2-3 घण्टे भी रखें और ज्यादा बढ़िया स्वाद मिलेगा।



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