चोसेला ,शकरकंद और चावल के आटे का बेहतरीन छतीसगढ़ी व्यंजन है।चावल की पूरी को ही चोसेला कहा जाता है।
चोसेला
3 उबले शकरकंद या आलू
1 कप चावल का आटा
2 चम्मच लहसुन और हरी मिर्च की चटनी
थोड़ा फूल वाला धनिया
नमक
तलने के लिए घी या तेल
साथ में परोसने के लिए और चटनी(रेसिपी लिख रही हूँ)
उबली हुई शक्कर कंदी को गरम हो तभी छील कर मसल लें।
आटा और चटनी ,नमक,धनिया मिला कर आटा मले।पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मले हुए आटे को 20 -25 मिनिट ढ़क कर रख दें।
घी गरम होने रखें।
8 लोई बनाये और मोटी पूड़ी बनाये प्लास्टिक शीट में बेल सकते है।
तलने में भी सावधानी की जरूरत है आँच, पहले कढ़ाई गरम कर लें, फिर धीमी आँच पर सेके,इससे किनारी और बीच में ठीक से सिकेगी।
अगर ठण्डी कढ़ाई में डाल देंगे तो निचे चिपक जायेगी और आँच तेज ही रही तो किनारे जल जायेंगे और बीच में कच्ची रहेगी।
गरम गरम चोसेला को चटनी के साथ खाये।
चटनी
हरा लहसुन 1 गड्डी
10 लहसुन कली
फूलवाला धनिया 1 गड्डी
1/2कप कच्चा आम या 2 टमाटर या इमली रस
6 हरी मिर्च
1 चम्मच नमक
हरा लहसुन और फूल वाला धनिया दोनों अगर बगीचे से ताज़े लें तो उनकी खुशबु मजा कर देता है।
चटनी सब चीजें साफ करके सिल बट्टे पर पिसे तो असली स्वाद आता है।
2 चम्मच लहसुन और हरी मिर्च की चटनी
थोड़ा फूल वाला धनिया
नमक
तलने के लिए घी या तेल
साथ में परोसने के लिए और चटनी(रेसिपी लिख रही हूँ)
उबली हुई शक्कर कंदी को गरम हो तभी छील कर मसल लें।
आटा और चटनी ,नमक,धनिया मिला कर आटा मले।पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मले हुए आटे को 20 -25 मिनिट ढ़क कर रख दें।
घी गरम होने रखें।
8 लोई बनाये और मोटी पूड़ी बनाये प्लास्टिक शीट में बेल सकते है।
तलने में भी सावधानी की जरूरत है आँच, पहले कढ़ाई गरम कर लें, फिर धीमी आँच पर सेके,इससे किनारी और बीच में ठीक से सिकेगी।
अगर ठण्डी कढ़ाई में डाल देंगे तो निचे चिपक जायेगी और आँच तेज ही रही तो किनारे जल जायेंगे और बीच में कच्ची रहेगी।
गरम गरम चोसेला को चटनी के साथ खाये।
चटनी
हरा लहसुन 1 गड्डी
10 लहसुन कली
फूलवाला धनिया 1 गड्डी
1/2कप कच्चा आम या 2 टमाटर या इमली रस
6 हरी मिर्च
1 चम्मच नमक
हरा लहसुन और फूल वाला धनिया दोनों अगर बगीचे से ताज़े लें तो उनकी खुशबु मजा कर देता है।
चटनी सब चीजें साफ करके सिल बट्टे पर पिसे तो असली स्वाद आता है।
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