सोच और नियम मेरे
महान मुझे नहीं बनना है, सोच पसन्द और नियम बस अपने चाहिए!
खुद पर तो विशवास बहुत है, भगवन बस तेरा थोड़ा सा साथ चाहिए!
धर्म की जय जय कार करूँ, मानवता का साथ उसमें मिला चाहिए!
पैसों की दरकार नहीं है, जीवन सामान्य, उसमे सबका साथ चाहिए!
हरियाली की बात करूँ, पेड़ पौधे , वातावरण भी साफ चाहिए!
शुभ अशुभ मैं नहीं जानू....
काली बिल्ली अशुभ नहीं है, बस रास्ता काटना नहीं चाहिए!
रंगो की बात निराली, फ़ायदे से मेल बस बैठना चाहिए!
गोरे रंग से मोह नहीं ,उसके लिए बस थोड़ा थोड़ा सामान चाहिए!
मन से मैं एकदम साधू हूँ, कपड़े महँगे ल्लनटॉप चाहिए!
मैं ही मैं हूँ , मैं ही जय हूँ ।........
16. 12. 2017
अल्का माथुर
महान मुझे नहीं बनना है, सोच पसन्द और नियम बस अपने चाहिए!
खुद पर तो विशवास बहुत है, भगवन बस तेरा थोड़ा सा साथ चाहिए!
धर्म की जय जय कार करूँ, मानवता का साथ उसमें मिला चाहिए!
पैसों की दरकार नहीं है, जीवन सामान्य, उसमे सबका साथ चाहिए!
हरियाली की बात करूँ, पेड़ पौधे , वातावरण भी साफ चाहिए!
शुभ अशुभ मैं नहीं जानू....
काली बिल्ली अशुभ नहीं है, बस रास्ता काटना नहीं चाहिए!
रंगो की बात निराली, फ़ायदे से मेल बस बैठना चाहिए!
गोरे रंग से मोह नहीं ,उसके लिए बस थोड़ा थोड़ा सामान चाहिए!
मन से मैं एकदम साधू हूँ, कपड़े महँगे ल्लनटॉप चाहिए!
मैं ही मैं हूँ , मैं ही जय हूँ ।........
16. 12. 2017
अल्का माथुर