Tuesday, 14 February 2017

जैम (मिक्स्ड फ्लो का)

घर पर जैम और जैली बनाना एकदम आसान है ,कोई भी केमिकल डालने की जरुरत नहीं ,ख़राब नहीं होगा पहले ही खा लिया जायेगा।
अमरुद की जैली

1 किलो अमरुद ज्यादा पके वाले
1 लीटर पानी
1 किलोग्राम चीनी
2 नीबू का रस

अमरुद धो कर साफ करें और काट कर पानी में उबाल लें।
प्रेशर कुकर में भी पाक सकते है।
साफ कपड़े से अमरुद का पानी छान कर निकाल लें।गूदा मसलें नहीं और सिर्फ पानी को छनने दें।
इस पानी में चीनी और नीबू का रस मिलायें और भारी तले के स्टील के भगौने में जैली पकने रख लें।
उबाल आने पर आंच धीमी करें और पकने दें।
जैली को 104℃ ताप तक पकाना होता है अगर आपके पास नापने के लिए थर्मामीटर नहीं हो तो कटोरी में निकाल कर देखें बहना बंद हो, जितना पकायें।
 ज्यादा पकने से खिचने लगती है इसलिए सही पकना चाहिए तभी सूंदर लाल रंग की चम्मच से कटने वाली जैली बनती है।


मिक्स फलों का जैम

1/2 किलो फल का गूदा (सेब,अमरुद,पपीता ,अँगूर)
1/2किलो चीनी
1/2चम्मच साइट्रिक एसिड या 4 चम्मच नीबू का रस

फलो को छील काट कर नीबू रस के साथ मिक्सि में चलायें और छन्नी से छान कर गूदा अलग कर लें।
स्टील के भारी तली के बर्तन में चीनी के साथ पकायें।
कोई रंग और पेक्टिन डाले बिना ही बढ़िया जैम बन जायेगा।
जैम को भी 104 से 106 ℃ तक ही पकायें।
काँच की बोतल को धो कर, धुप में सुखा कर रखें।
जैम तैयार होने पर गरम ही जार में डालना जरुरी है,दो बातों का ध्यान रखें
1- थोड़ा जैम डाले 1 सेकिंड बाद ड़ालते जाये जिससे काँच की बरनी टूटे नहीं या बरनी को गरम करें बिना पानी के , ओवन में किया जा सकता है।
2- बुलबुले न आये ,बीच में भरने के बजाये किनारे सेभरे ।

कुछ ठंडा होने पर ही ढक्कन लगायें जिससे अन्दर भाप बंद न हो जाये।

ठंडा होने पर जम जायेगा।

मज़े से खाये और खिलायें।

नोट- बुखार नापने वाला थर्मामीटर बिलकुल उपयोग न करने लगें वो 100 °फ या 36℃ तक ही नापता है ।इसमें तुरंत टूट जायेगा।

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