Sunday, 29 January 2017

बाजरे की रोटी और गुड़# राजिस्थानी व्यंजन # ठन्ट में बनायें # ठन्ट से बचाये

बाजरा ऐसा अन्न है जो सर्दी के मौसम में ज्यादा खाया जाता है।बाजरे की खिचड़ी ,बाजरे की रोटी और बाजरे की माडी यानी गुड़ मिला कर बनाई गई मठरिया राजिस्थान और उत्तर प्रदेश में ख़ूब शौक से खाई जाती है।बाजरे के आटे से मेवा के लड्डू और कटलेट भी बनते है।

रोटी या बाखरी बनाने के लिए

3 कप बाजरे का आटा
ऊपर से तिल लगाना चाहें तो
मक्खन साथ में खाने के लिए

बाजरे के आटे को छान लें।
आधा या तीन हिस्सों में करके आटा मले।
तवा गरम करें।
मले आटे को दो मिनिट तक मलने से नरम और चिकनी रोटी बनती है।
लोई को हाथ से ही प्लास्टिक पर या प्लेट पर परोथन डाल कर हाथ से बड़ा करें।
तवे पर डालने के बाद हाथ गीला करके पानी चुपड़े और तिल और कलौंजी बुरक दें।
कलछी की मदत से पलट कर सेकें।
आंच पर भी जल्दी जल्दी पलट कर पसंद अनुसार कम या ज्यादा सेकें।
ऊपर से मोटा मक्खन का टुकड़ा रखें और गरम गरम गुड़ और साग के साथ खाये।
नमक भी डाल सकते है आटा मलते समय।


Saturday, 28 January 2017

Lace making (लेस बनाने के तीन तरीक़े)

लेस से केक की,कपड़ों की और भी तमाम चीजों की ख़ूबसूरती में चार चाँद लग जाते है।
केक के लिए हम तुरन्त कोन से क्रीम के डिजाइन वाली लेस बनाते है।जो आम तौर पर केक पर दिखती है।ये लेंस संभाल कर भी रख सकते है,उसके लिए रॉयल आइसिंग इस्तेमाल करते है।ड्राई आइसिंग से भी लेंस बनाते है।
डराई आइसिंग वाली लेंस





टेटिंग से वनने वाली लेंस
इसकी फ़ोटो इस लिए डाल रही हूँ कि अब ये आर्ट लोगों को याद भी नही ,इतने कम लोग इसको बनाते है ,धागा भी बहुत तलाशने के बाद मिलता है।
क्यों न इसकी याद संजोई जाये!!

मेरी ताई जी, बड़ी माँ ,ने अस्सी की उम्र के बाद भी क्रोशिये से लेंस और चीजे बनाना बंद नहीं किया है ।मुझे उनके बनाये मैट्स मिले है।अनमोल होते है ये गिफ्ट!!

Saturday, 21 January 2017

फ्रीजिंग साल भर के लिए

क्या आप साल भर झट पट ताज़ी सब्जियों को तुरन्त निकाल कर इस्तेमाल करने को तैयार हो गई है ।
सभी साग या पत्ते वाली सब्जियों को घोने और काटने के बाद कपड़े पर फैला कर पानी निकलने दें। छोटे या बड़े जरुरत के अनुसार पैकेट में पैक करें और डीप फ़्रिज या फ्रीजर में रख लें।
इस तरह रखी जाने वाले साग है -
पालक
मैथी
हर धनिया

मिक्स्ड वेज को ,गाजर को,गाजर मटर को,खाली मटर को और गोभी को
बलांच करके  - उबलते पानी में तैयार सब्जी डाले और फिर उबाल आने तक उबाले और आंच से हटा कर पानी से छान कर सब्जियां निकले कपडे पर फरहरा करें और फिर पैकेट या प्लास्टिक के डब्बो में बंद करके फ़्रिजर में रखें।

मक्का के दाने ,बेबी कॉर्न ,कॉर्न उबला कसा हुआ सूप के लिए सभी को बलांच करके रख सकते है।
टोमेटो या भूनें मसाले को पीस से और पहले बर्फ़ की ट्रे में जमायें फिर निकाल कर प्लास्टिक बैग्स में पैक करके रख लें।
जब भी सब्जी बनानी होगी समय की ख़ासी बचत हो जायेगी।

Wednesday, 18 January 2017

ज़िद को कैसे छोड़ू (कविता)

                         ज़िद को कैसे छोड़ू

लाख मनाऊँ दिल को, ज़िद को कैसे छोड़ू मैं !
लगन कम न मेहनत कम, हिम्मत थोड़ी कम है !!

लाख हाथ पैर चलाऊँ, असमर्थता ने घेरा है !
आसमाँ ऊँचा,सागर गहरा,बहाना थोड़ा थोड़ा है!!

ले सबक नाकामी से,बेहतरी का सोचा है !
ख़ुद से शिकायत,ख़ुद से उम्मीद थोड़ी थोड़ी है !!

लाख ख्वाईशें भी,बाधाओं का अम्बार भी !
हार मिली, जीत मिली,प्रयास का संग न छोड़ा है!!

प्रयास कोई दिखावा नहीं,कोई इसका पैमाना नहीं!
जो हो पाये,वही अच्छा,ज़िद की ज़िद नही छोड़ी है!!

न शब्द,न भाषा  - - विचारों ने हमेशा घेरा है!
बावला हुआ मन मेरा, अब कथा काव्य से जोड़ा है!!

- - -/ - - - / ----अलका माथुर

बेक्ड पालक

पालक को काटो छौको या बेक करें।स्वाद मन को भा जायेगा।
बेक्ड पालक

2 कप कटा धुला हुआ पालक
1 चम्मच मक्खन
1/2चम्मच नमक
2 लहसुन
1 चीज़ का टुकड़ा (कस लें)

सबको मिलायें और एक बोल में लें।
बोल को माइक्रोवेव में रखना हो तो प्लास्टिक रैप करें और ओवन में तो फॉयल से ढक दें ।
माइक्रोवेव में 3 मिनट के लिए पकाना है दो छेड़ ऊपर कर लें हवा निकलने के लिए।
ओवन में 10 मिनिट 150 ℃पर रखें

भूनें या उबले कोर्न से साथ भी बेक करें बढ़िया लगेंगे।
टोस्ट या फ्राइड पास्ता के साथ परोसें।

Tuesday, 17 January 2017

Squash (लेमन,ओरेंज या अँगूर)

कोई भी जूस चीनी पानी में साल भर तक रक्खा जा सकता है।बॉटलिंग का या पैकिंग का तरीका सही होना चाहिए।
जिस तरह फल   चीनी या नमक के ब्राइन में रखे जाते है जूस को भी चीनी में रखना होता है।

चीनी का सिरप -
1 - 2किलोग्राम चीनी को एक लीटर पानी में एक उबाल दें और छान लें कपड़े से।

2 - जूस - 1 लीटर जूस (नीबू,संतरा या अँगूर )
चाहें तो रंग और एसेंस भी डाल सकते है।छान लें।

चीनी के सिरप और रस को मिलायें ।कड़वा नहीं होना चाहिए।

3 - 2  टी चम्मच  पोटेशियम मेटा बाई सल्फाइट  का हर एक लीटर जूस के लिए प्रजर्व करने के लिए किया जाता है।

तीनों  चीजों  चीनी का छान कर रखा सिरप + जूस + 2 teaspoon potassium meta bi sulphide  को साथ मिलायें।

साफ दो दिन धूप में सुखाई गई बोतलों में भर लें ऊपर तक।ढक्कन ढीला बंद करें।

बोतलों को गरम पानी में (कुकर में निचे कपड़ा बिछा कर बोतलों को रख लें और गरम पानी बोतलों के आधी ऊंचाई तक भरे) रख कर 20 से 25 मिनिट तक धीमी आंच पर गरम करना है जिससे सभी बीच में आई हवा निकल जाये।बाहर निकाले और फिर ढक्कन को कस के बंद करें और मोम से बंद करें।


Monday, 16 January 2017

टमाटर सौस मनपसंद स्वाद में(पैकिंग का तरीका)

मैं पुराने समय की बात को नई वजह और नए तरह से बनाने की बात कर रही हूँ।टमाटर सौस घर में बनाये जरूर -
1 - सस्ती बनेगी 2 - मन पसंद फ्लेवर होगा 3- तरह तरह के केमिकल से बचेंगे 4 - खुद बनाने वाला मज़ा मिलेगा!!
साल भर ख़राब नहीं होगी अगर सही से पैक करेंगे।

सौस पैकिंग का सही तरीका धयान रखें -
1- काँच की बोतल में रखें
2 - 1 इंच की जगह से ज्यादा न बचे
3 - हमेशा -1-  गरम करके बोतल साफ करें
               2 - गरम सौस या प्यूरी भरें। उसके बाद की सावधानी -
               3- जार या बोतलों को बंद करने के पहले -   एक बड़े कुकर या भगोने में कपड़ा बिछा कर रख लें।इस तरह कि भागोने में भरी वाली बोतले सतह से 2 इंच नीची हो।भगोने में आधी ऊँचाई तक तेज गरम पानी डाले और इसको आंच पर 150°F या 70℃ तक 15 मिनिट तक रहने दे।ऐसा करने से बोतल में रह गई कोई भी गैस आदि निकल जायेगी इसके बाद बोतलों को बहार निकाले और थोड़ा ठंडा हो जाने पर बंद करें और एयर टाइट कर लें।

ये काम ओवन में भी किया जा सकता है अगर ऊंचाई मिल रही हो।उसमे भी ट्रे पर कपड़ा बिछाने से बोतल टूटने का डर नहीं रहेगा।
ओवन को भी 150 °F पर गरम रखना है और सौस या जो आप प्रजर्व कर रहे है को 10 से 15 मिनिट तक गरम होने देना है ।

इन सब सावधानियों को अपनाइये और सारे साल संभालिये अपनी मेहनत को।

टमाटर सौस
 3 बोतल सौस बनाने के लिए

5 किलोग्राम टमाटर घो कर पोंछ कर रखें
100 ग्राम अदरक बारीक़ कटी
1/2 किलोग्राम प्याज (कटी)
 30 ग्राम लहसुन छिला
30 ग्राम लाल मिर्ची पाउडर
150 ग्राम नमक
500 ग्राम चीनी
2 1/2 चम्मच सोडियम बेंजोएट
30 यम एल ग्लेसियल एसिटिक एसिड
विधी-
टमाटर को काटे और कटी प्याज ,अदरक,लहसुन और नमक के साथ उबालें और दस मिनिट तक पकने दें।
आंच से हटा कर ठंडा होने दें।मिक्सी में पीस लें।
मोटी छन्नी से छाने और छिलके व बीज को फेंक़े।
गूदे को फिर से पकाना है ।
थोड़ा पक जाने पर चीनी,पिसा गरम मसाला (चाहें तो)और मिर्ची मिला कर और 5 मिनिट पकायें।
एसिटिक एसिड को मिलायें और थोड़ी देर पकायें।
थोड़ी सौस निकाले और उसमे सोडियम बेंजोएट मिलायें।
5 मिनिट पकने दें।
चख कर देखें नमक कम लगे तो और मिलायें,चीनी भी और डाल सकते है।
दो दिन धूप में सुखाई गई साफ बोतलों में भरें।

बोतलों को ऊपर बताई विधी के बाद ही सील करें।


सौस में बदलाव -
1 - जिनको बिना प्याज ,लहसुन का बनाना है ।हटा सकते है।
2 - चिल्ली तेज वाली और दुगनी,तिगनी इस्तेमाल कर सकते है।
3 - अकसर पिज्जा के लिए उपयोग में लाना है तो पिसी अजवायन और ओरिगानो मिला कर और ज्यादा लहसुन डाल कर बनाये।
4  - चीनी भी कम ज्यादा कर सकते है और बिना चीनी की भी बना सकते है।

Sunday, 15 January 2017

बधावा सिंग (मिक्स्ड सब्जी का अचार)

शादियों में कई प्रकार के अचार परोसें जाते है।कुछ लंबे अवधी वाले जैसे आम का ,मिर्च ,नीबू आदि।कुछ ताज़े खाने वाले जैसे गाजर ,मूली,गोभी,शलजम और मिक्स्ड सब्जियों वाले पानी में और तेल में।
मिक्स्ड सब्जियों के अचार को बधावा सिंग भी कहते है।4 दिन में खट्टा हो कर तैयार हो जाता है।

सब्जियों का अचार

गाजर,मटर,गोभी,आलू,मूली और शलजम कटी हुई लें।
2 किलो सब्जी के लिए मसाला
4 चम्मच नमक
1 चम्मच पिसी मिर्च
1 चम्मच पिसी हल्दी
1/2 कप पिसी राई
1 कप सरसों तेल

एक बड़े भगौने में पानी गरम करें।
उबलने पर पानी में सब्जियों को डाले और फिरसे उबाल आने तक तेज आंच पर रखें।
पानी से निकाले और सब्जियों को कपडे पर फैला कर पानी निकलने दे।
जार में सब्जियों को लें और नमक फिर और सब मसाले,राई और तेल मिलायें।
दो दिन धूप में रखें।
अचार खाने के लिए तैयार है।
1/2कप सिरका भी डालते है कुछ लोग और साबुत मिर्ची,कटी अदरक भी मिलायें पसंद के अनुसार।

मीठा अचार करना हो तो 1कप गुड़ और 1/2 कप गुड़ को पका कर मिलायें।


Friday, 13 January 2017

कविता (यादें)

यादें

बेफिक्र सुकून की चारदिवारी
मन मौजी व्यवहार
पसंद का खाना
मन चाहा गुनगुनाना
चुस्की ले के चाय पीना
जूते भेंक
फर्श पर नंगे पाव चलना
शीशे के सामने
शक्ले नकल बनाना
अख़बार फैलाना
किताबें पंलग पर इकठ्ठा करना
नॉवल पूरी करके सोना
सुबह देर से उठना
जिद करना

पीछे छोड़
घर बसाना
याद करके
आँखे नम हो जाना
बेफिक्र नही सलीका अपनाना
सहजता से नये आवरण में ढलना
मर्यादा निभाना
जीवन अनुभूति
याद अनोखी
एहसास अनोखा
क्रम माँ बेटी - बेटी माँ का।।

----/-----------/अलका माथुर

थेपला

थेपला और पराठा एक से दिखते है लेकिन एक ख़ास अन्तर होता है दोनों में।
पराठा गरम और ताजा ही परोसा जाता है और थेपला ज्यादातर मोयन और मसाले मिला कर बनाते है जिनकी उम्र दस दिन के लगभग हो सकती  है।ठंडा भी बहुत बढ़िया लगता है।यहाँ दुर्ग में थेपले और हरी मिर्च के अचार के पैक बिकते है देख कर ही मुँह में पानी आ जाता है।

10 थेपले बनाने के लिए

40 मिनिट लगेंगे।

2 कप गेंहू का आटा
1/2 कप बेसन
1 चम्मच अदरक पेस्ट
1/2कप मेथी कटी हुई
1 हरी मिर्च पिसी
1 बड़ी चम्मच तेल मोयन के लिए
नमक ,हींग,अजवायन
चाहे तो लहसुन पेस्ट
पराठा सेकने के लिए घी या तेल

आटा और बेसन एक परात में लें और उसमे तेल, अदरक,मेथी,मसाले नमक मिलायें।
कम से कम पानी मिला कर आटा साने और मल मल कर चिकना करें।
पतला पराठा जैसे ही माध्यम आंच पर तवे पर ,बेलते  और सेकते जाएं।
गरम भी आलू मटर की सब्जी के साथ खाये।
सफर या पार्टी के लिए दो दिन पहले भी बना सकते है ,उतना ही मज़ा देगा।


Thursday, 12 January 2017

छुकी मटर (मज़ेदार नाश्ता)

मटर को साबुत या छिली हुई कैसे भी छौक लें।स्पेशल नाश्ता होता है ।

छुकी मटर बनाने के लिए

4 लोगों के लिए
5 मिनिट लगते है

2 कप मटर के दाने
1 इंच अदरक (बहुत छोटी कटी हुई)
1हरी मिर्च
1 छोटी चम्मच नमक
बारीक़ कटा हरा धनिया
1 चम्मच अमचूर (चाहें तो )
1चम्मच जीरा
1 चम्मच तेल

तेल गरम करें जीरा,हरी मिर्च और अदरक डाले।
भुन जाने पर मटर के दाने नमक और 1 चम्मच पानी डाले।
कुकर में एक सिटी लगायें और आंच से हटा लें।
प्रेशर खत्म होने पर अमचूर और हरा धनिया डाल कर एक मिनिट भूनें।

गरम गरम मठरी,काजू वाली दालमोठ के साथ परोसें।
साथ में मौसम में बना गाजर का हलुआ और अच्छा रहेगा।

Wednesday, 11 January 2017

पेठा (मिठाई) (चोकोलेट पेठा)

पेठा एक लौकी की जाति का बेल पर उगने वाली सब्जी है ।जिसके बहुत ही सारे उपयोग होते है ।
छत्तीसगढ़ में इसको रखिया के नाम से जाना जाता है और दिसंबर महीने में बाजारों में खूब बिकते है ,जिनका उपयोग रखिया बड़ी,बीज बड़ी और मिठाई बनाने में होता है।

पेठा बनाने के लिए

1 kg पेठा फल के बड़े या छोटे टुकड़े(काटे से गोदे)
50 ग्राम खाने वाला चूना
750 ग्राम चीनी
1 चम्मच गुलाबजल

पेठे के टुकड़ो को चूने के पानी में भिगो कर 4 घंटे के लिए रख दे।
फिर सादे पानी में धो लें।
चीनी में 3 कप पानी मिलायें और आंच पर रखें ,उबाल आने के बाद उसमें पेठे के टुकड़े डाले और गल जाने तक पकने दें।
20 मिनिट तक पकायें।
अब टुकड़ो को निकाले और ठंडा होने दे।ऐसे भी पेठा खाने में बढ़िया लगता है इतना बना हुआ।

प्रकार -
1 - अंगूरी पेठा - बची चाशनी में गुलाबजल मिलायें और दो तार की चाशनी बनने तक पकायें। पेठे को चाशनी सहित उसमे डूबा ही रखें और ठंडा कर के परोसें।

2 - सूखा पेठा - चाशनी को पकने दें जब किनारों से जमने लगें तो उसमे चाशनी में पके वाले टुकड़े डाले और सारी चीनी जमने तक चलाते रहे।आंच से हटाने के बाद भी चलाते रहे।

3 - चॉकलेट पेठा - पकने के बाद पेठे को सीधे ट्रे में लगा लें।चोकोलेट को डबल बॉयलर में गरम करें और ऊपर से फैला लें ।
ठंडा करके परोसें।

Tuesday, 10 January 2017

सूरज तेरा रूप अनूप (कविता)




  सूरज तेरा रूप अनूप


चौडे माथे पर सुन्दर बिंदी सा
चमक रहे - चंद्रमा से शीतल
पेड़ो के ऊपर छिपते दिखते
पानी पर अदभुत प्रतिबिम्ब
लाल नारंगी छटा  दिखाता
सूरज तेरा रूप अनूप

जाड़ो में गलते हाथ पाव
असहाय करते  इंतजार
धूप कहीं  नहीं
तुम जा बैठे कहीं बादलों के पार
सब परेशान तकते आसमान
कुछ देर दिखे   सूरज
  तेरा रूप अनूप

सिर पर - जब चढ़ो
नज़र कोई मिला न सके
शक्ति देखें  चोधिया गई आँखे
जीवन के तुम
अदि अंत  हे सूरज
  तेरा रूप अनूप।

_____________--_____अलका माथुर

तिल के लड्डू

मकर संक्रान्त पर खिचड़ी मंस कर दान करते है।तिल के लड्डू नाना प्रकार के भी जरूर बनाते है।
तिल, गुड़ और मेवा सभी का ठण्ड में खाना बहुत फायदा करता है।

तिल के लड्डू

250 ग्राम तिल
250 ग्राम गुड़

तिल काले या सफ़ेद दोनों को छन्नी में छाने और उसमें ही धो लें।
उसके बाद सुखाये।अब बाज़ार से साफ भी मिल जाते है।
सूखे तिल को भूनें मध्यम आंच पर।एक चम्मच घी भी डाल सकते है।
गुड़ को छोटा तोड़ या काट लें और दो चम्मच बराबर अलग रख लें,बाकी को अलग कढ़ाई में गरम करें, चलाते रहे।
पिघल जाने के बाद एक डेढ़ मिनिट से ज्यादा न पकायें,एक चम्मच तिल रोक कर सबको गुड़ में मिलायें।
बचाये गुड़ और तिल को मिक्सि में पीसे और गरम गुड़ और तिल वाली कढ़ाई में ही मिला लें।
छूने लायक ठंडा हो जाये तो हाथ में घी लगाये और मनपसंफ साइज़ के लड्डू बना लें।

जरासा बचाया तिल और गुड़ पीस के डालने से लड्डू सख्त नहीं होते है ।
गुड़ को ज्यादा पकाने से भी लड्डू कररे हो जाते है।

कसार वाले तिल के लड्डू -
2 कप आटा
1/2 कप देसी घी
2 कप पिसी चीनी
1 कप कटे काजू और बादाम
20 किशमिश
2 चम्मच तला गोंद
1 चम्मच चिरोंजी
1/2कप तिल

एक कढ़ाई में घी गरम करें और घीमी आंच पर आटा घी में भूनें,सुनहरा होने तक।
सभी मेवा हो भी मिलायें और भूनें कुछ और देर तक।
तिल को अलग से भूनें और  पिसी चीनी और आटे, मेवा सबको मिलायें।
2 चम्मच और गरम घी मिलायें और लड्डू बांधे।
ये कसार के लड्डू बहुत ही फायदेमंद होते है और बहुत ही स्वादिष्ट।

Monday, 9 January 2017

प्रिजर्वेशन (खूबसूरत शो बोतल सजाने के लिए)

 सब्जियां और फल मौसम में ही मिलते है।उनको सजोए रखने का मन करता है   फ्रीजर में और ब्राइन तरल में रख सकते है।
ब्राइन  नमक का पानी या पतला चीनी पानी हो सकता है।
नमक की मात्रा के अनुसार 6%  या 20 - 25 % का पानी में उबाल कर धोल तैयार करते है और बेक्टीरिया रहित पैकिंग करते है।
1 - 
6% ब्राइन सलूशन(घोल)- 226 ग्राम नमक को  3700ml साफ पानी में एक मिनिट उबाले।
25 % ब्राइन घोल         - 900 ग्राम नमक को 3700ml साफ पानी में एक मिनिट उबाले।
सब्जियों या मटर आदि को रखने के लिए इनका प्रयोग होता है।

2 - 
मीठे फल रखने के लिए चीनी का घोल उपयुक्त है ,जिनमें भी चीनी की मात्रा फल के अनुसार कम ज्यादा करना होता है।
ज्यादातर 350 ग्राम चीनी का सवा लीटर पानी में बनाना अच्छा होता है।
300ग्राम चीनी 1.25ml उबले पानी में मिलायें।

3 - 
Blanch  बलांच -
सब्जियों को मन चाहे आकार में काट लें।
पानी को उबलने रख दें।
जब पानी उबलने लगे,सब्जियां डाले उबलते पानी में (पानी की मात्रा इतनी हो की सब्जियां डूब सकें)।
दुबारा से उबाल आने तक आंच पर रखें।
छन्नी में सब्जियां निकाले और पानी में दूसरी सब्जियां बलांच की जो सकती है।
इनकाउपयोग ऐसे
ही खाने के लिए भी कर सकते है मनपसंद मसाले बुरक के या
डिब्बे में करके डीप फ्रीजर में रख लें ,साल भर में कभी भी निकले और सब्जी बनाये।

एक साफ कांच की बोतल लें ,उसमें बलांच करी सब्जियां भरें।
6%ब्राइन तैयार करके रख लें ढक कर ठंडा होने दे।सब्जी भरी बोतल को ऊपर नक् तक भरें।
दक्कन को टाईट बंद करें।गैस निकल जाये तब एयर टाईट कर लें।
सुन्दर लगेगी न मेज पर रखी, और जब जाहे पानी घो के इस्तेमाल कर लें।

Sunday, 8 January 2017

संकट चौथ (कथा ,पूजा और इस दिन बनने वाले व्यंजन)

सकट या संकट चतुर्थी  - पर गणेशजी की पूजा उपासना होती है और सभी महिलायें बच्चों की रक्षा के लिए उपवास रखती है।
पूजा के समय कही जाने वाली कहानियाँ- -
1 - एक राजा था,वह बहुत अच्छा था।उसकी प्रजा बहुत खुश थी।वहाँ कुम्हार जब भी बर्तन पकाने को आबा तैयार करते वो पकता ही नहीं था ।
सब परेशान हो गए थे।
राजा ने बहुत सोचने के बाद पुरोहित से मंतड़ा करी। पुरोहित ने कहा इसमें बली देने से ही आबा तैयार होगा।
तय हुआ की हर बार बारी बारी से परिवारों से एक को बली देनी होगी।
राजा ने फिर विचार किया और फरमान जारी किया कि हर घर से बारी बारी महीने में एक आदमी को बली के लिए भेजा जायेगा।
एक बुढ़िया अपने इकलौते बेटे के साथ रहती थी वो हर रोज़ गणेशजी की पूजा करती थी ,उसने एक सुपारी को पट्टे पर रक्खा था उनकी ही पूजा करती और कहती - सकट की सुपारी संकट काटिये।
जिस घर से बली चढ़ाई जाने की बारी होती वहां रोना पीटना मच जाता,कोई भी वापस नहीं लौट पाता।
पूरे राज्य में इसका ख़ौफ था।महिला के पुत्र की भी बारी आई ,उसने रोने के बजाय अपने पुत्र को भी सकट की सुपारी की पूजा करने कहा और विश्वास रखने को कहा, जो भी हो तुम यही जप करना ,"सकट की सुपारी संकट काटो"
गणेशजी तुम्हारी रक्षा करेंगे।
जाओ सिद्धि दाता जय गणेश ,दही मच्छी सोने का टका लाना ।
निर्धारित समय पर लड़के को आबा तैयार करके बीच में बिठाया गया।वह हाथ में सुपारी और मन में विश्वास लिए रटता रहा ,सकट की सुपारी संकट काटिये।
जब आबा खोला गया ,बालक हाथ में सुपारी लिए ,आँख बंद करे,जप ही करता रहा ,चमत्कार हो गया सब बर्तन भी पक गए और लड़का भी बच गया।
सुबह राज्य में मातम के लिए जब लोग इक्कट्ठा हुऐ तो  बालक को जिन्दा देख कर सारे राज्य में खुशियां मनाई गई।
बालक को खूब सोना चांदी दे कर घर भेजा गया।
राजा और राज्य के सभी लोगो ने तभी से माघ की चौथ को सकट का व्रत पूजन करना शुरू कर दिया।
जैसे सकट की सुपारी ने बालक के संकट काटे सबके संकट हरे!!

2 - दो भाईयों का परिवार पास पास रहता था।एक भाई अमीर था और दूसरा गरीब।अमीर भाई का परिवार दूसरे की कोई मदत नहीं करता और बुरा बर्ताव करता था।
गरीब की पत्नी जेठ के घर का काम करके ही परिवार का पेट पालती थी।पूजा अर्चना करती थी।पति शराबी हो गया था और मारपीट भी करता था।
सकट चौथ को अमीर भाई के घर बहुत सारा काम था साफ सफाई और बहैत सारे पकवान मिठाई बनाते उसको दिन भर लग गया।भूकी प्यासी वह दिन भर चाकरी करती रही।
घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं था।बच्चों को किसी तरह मिला हुआ खाना खिला कर सुलाया।
सिर्फ बथुए के साग की पिंडलियां बना कर रखी और भगवान की पूजा करने लगी।वही बैठे उसको नींद आ गई।
रात को उसका पति आया बोला भूक लगी है।भोजन नहीं मिलने से नाराज़ हो कर उसने पत्नी को पीटा और सो गया।
वह संकट किसी तरह कम हो सोच कर रोती रही।भगवान ने स्वयं उसकी परीक्षा लेनी चाही! बोले माई भोजन दें!
ये बथुआ बचा है ,खा लो ।
गणेश जी ने सारा बथुआ खा लिया।फिर बोले कहाँ हगू?
गुस्से में उसने कहा जहाँ चाहो वही !चारों कोने पांचवी दिहली!
वह योंही आँख बंद करे पड़ी रही।
सुबह होने को हुई तो उसने सोचा उठे और घर सफाई करे और काम पर जाये नहीं तो अगले दिन भी सबको भूखे रहना पड़ेगा।
उठ कर देखती है की सारा घर हीरे जवाहरात से जगमग कर रहा है।
सबको जल्दी उठाया और सब गिनती करने लगे।
तभी जिठानी का लड़का खबर लेने आया ,चाची काम पर क्यों नहीं आई?
उसने कहलवाया की अब वो काम नहीं करेगी और तराजू मँगवा भेजा!
जिठानी को बड़ी हैरानी हुई कुछ तो है नहीं क्या तोलेगी?
उसने तराजू में राल लगा दी।
तराजू में सोना और हिरा चिपका देख तो उससे रहा ही नहीं गया।
हाल पूछने आ गई।
सारा वृतांत सुन कर बहुत खुश हो गई अगले साल माघ की सकट को उसने भी वही किया सिर्फ बथुआ बनाया और छीके पर रख दिया और घर के सबको भूख़ से परेशान किया और पति को पिटाई करने और खुद भी रोती रही!
भगवन आये और उसने छोटी की ही तरह सारी बाते दोहराती गई।
लालच और सब होते हुए भी नकल करने से भगवान ने सजा दी! कई दिनों तक घर बदबू से भरा रहा सब जगह धन के बदले हग्गी ही मिली।

गणेश जी को अपनी शक्ति अनुसार तिल और बथुए के व्यंजन बना कर भोग लगाया जाता है।



Saturday, 7 January 2017

टमाटर में ऑमलेट

नाश्ते में ऑमलेट और टोस्ट ज्यादा खाया जाता है।उसको थोड़ा बदल कर बना रही हूँ!

टमाटर में ऑमलेट

4 टमाटर (बड़े और सख्त)
2 अंडे
1 चम्मच चटनी या कोई सौस
1/2 चम्मच नमक
1 चीज़ क्यूब या थोडा सा कसा पनीर
कटा हरा धनिया

टमाटर के ऊपर से काट कर अंदर से खाली कर लें।
अंडा काटे से मिलायें और उसमे चटनी,नमक,पनीर और हरा धनिया मिलायें।
अंडे के मिश्रण को टमाटर में भरें।बंद करें टमाटर के ऊपरी हिस्से से।
2 मिनिट के लिए माइक्रोवेव में पकायें।1 मिनिट के बाद टमाटर को घुमाए अंदर वाले हिस्से में अंडे को पकने दें ।
ऐसे ही सर्व करें या छिलका निकाल लें और स्लाइस करके सेंडविच बनाये।

किसी भी मनपसंद रसे में बढ़िया सी भरवां टमाटर की सब्जी भी बन सकती है।

Friday, 6 January 2017

पावभाजी

पावभाजी  - बढ़िया पावभाजी जल्दी से बन जाने वाली बहुत पौष्टिक और पसंद की जाने वाली चीज़ है।
जाड़े के मौसम में सब्जियों का स्वाद और ज्यादा अच्छा लगता है।

6 लोगों के लिए
10 मिनिट सब्जियां काटने तयारी करने के और 10 मिनिट बनाने के
सामिग्री-
2 पैकिट पाव
100 ग्राम मक्खन
2 चम्मच घी
6 कली लहसुन
1 इंच बारीक़ कटी अदरक
3 कप बारीक़ कटी ताज़ी सब्जियां (फूलगोभी,गाजर,पत्तागोभी,बीन्स,मटर)
2 उबले आलू
2 बारीक़ कटे प्याज
3 बारीक़ कटे टमाटर
3 चम्मच पावभाजी मसाला
नमक स्वादानुसार
हरा धनिया और हरी मिर्च और कटी प्याज और मूली सजाने और साथ में परोसने के लिए

1-  धी गरम करें और कटे लहसुन और अदरक भूनें और प्याज डाले।
2 -  प्याज नरम हो जाये तब सब्जियां और नमक डाले और ढक कर पकायें एक मिनिट तक।
3 - सब्जियों के निचे हटा कर टमाटर दबा दे और एक मिनिट पकने दे,धीमी आंच पर।
4- आंच बढ़ाये और एक चम्मच मक्खन और पावभाजी मसाला मिलायें।
5 - उबला आलू डाले और सबको मसलते हुए भूनें।
6 - चख कर देखें और मसाला या और नमक मिर्च पसंद से डाल सकते है।

7 - पाव को बीच से काटे और मक्खन लगा कर तवे पर सेकें और ऊपर से मक्खन डाल कर भाजी के साथ परोसें।


Thursday, 5 January 2017

लहसुन वाली तली करारी फ्राइड फ़िश (garlic marinate)

Garlic marinate - marinate is magical to enhance taste ,texture and helps to reduce the cooking time of  foodstuffs.
Garlic flavor is best absorbed by chicken ,fish and paneer.

To make marinate for 1 kg food stuff-

1/2 cup garlic (pealed andcrushed)
2 teaspoon salt
4 tablespoon lemon juice
1 teaspoon tamarind powder
2 tablespoon onion paste
1 tablespoon tomato puree

Mix everything to make a thick paste.
Rub it evenly on the fish or paneer or chicken or anything else you want to flavor.
Keep in fridge or some cold place for atleast 3 hours in marinate before cooking.

लहसुन वाली फ़िश बनाने के लिए

1 किलो मच्छी(फ़िश)
मैरीनेट  (लहसुन वाला)
3 चम्मच तेल सेंकने के लिए
क्रिस्प करने के लिए
2 चम्मच चावल आटा
4 चम्मच मैदा
1 चम्मच कॉर्नफ्लोवर

फ़िश को बड़े टुकड़ो में काटे।एक चम्मच आटा झिटक कर रगड़ कर साफ करें और साफ पानी में धो लें।
लहसुन,नमक,नींबू रस,प्याज टमाटर पेस्ट और हल्दी पाउडर मिला कर सारे टुकड़ो पर अच्छी तरह से लगा कर 3 घंटे के लिए रख दें।गर्मी हो तो ढक कर फ्रिज में रख लें।
अगर चाहें तो कुछ हरी मिर्च,प्याज और टमाटर भी चीरा लगा कर साथ भिगो के।
परोसने के समय ढक्कन वाले तवे में तेल लगा कर गरम करें ।
चावल,मैदा और कॉर्नफ्लोवर को एक साथ मिला कर फैलां लें।
इस आटे में लपेट कर तवे पर सेकते जाये।
बरबीक़ुए या तंदूर में भी बहुत बढ़िया सिक जाती है।
गरम गरम परोसें।
प्याज और टमाटर को भी भूनें बहुत मज़ेदार लगेंगे।


Wednesday, 4 January 2017

भरवां मिर्च (राजिस्थानी सब्जी)

 मोटी मिर्च की सब्जी

8 मोटी मिर्च
1 कप बेसन
1 चम्मच नमक,मिर्च,गरम मसाला ,अमचूर,
1 चम्मच जीरा
1 चुटकी हींग
1 कप छांछ
1 चम्मच तेल

बेसन हो सूखा भून लें।
इसमें नमक, गरम मसाला, मिर्च और अमचूर एक एक चम्मच मिला कर छांछ से पेस्ट बना लें।
मिर्च को चीरा लगायें और बेसन उसमें भर लें।
भरी मिर्चो को तेल गरम करके जीरा हींग डाल कर छौंक दें।
मिर्च को गल जाने तक पकाना है,पानी या छांछ बची हुई डाली जा सकती है जिससे लगे नहीं।
गरम गरम परोसें रोटी दाल चावल के साथ।