Friday, 31 March 2017

रामदाना लड्डू (राजगिरा लड्डू)

राम दाना ,पहले मुझे सिर्फ ये ही नाम पता था क्योकि यू पी में इसी नाम से जानते है।छत्तीसगढ़ में राजगिरा कहते है।एक पौधे का बीज होता है ।बहुत छोटे होने के कारण इसको साफ करना मुश्किल होता है ।
बिना धोये तो उपयोग में ला ही नहीं सकते,धोने के लिए इनको छन्नी में करके पानी में हिलाते है सारे बारीक़ मट्टी के कण निचे निकल जाते है।
कपड़े के ऊपर सुखाते भी ढक कर है उड़ न जाये।
भूनने से ये बहुत फूल जाते है।
व्रत में इनको भून कर गरम चाय या दूध में डाल कर खाते है।
गुड़ या चीनी में भुने राम दाने को मिला कर लड्डू बनाये जाते है या चिक्की की तरह जमाते है।
भूनते समय पॉप कॉर्न की तरह फूटता है।इस लिए गरम कढ़ाई में कपड़े से दबा कर भूनते है।

रामदाना लड्डू

रामदाना 250 ग्राम
गुड़ 300 ग्राम

रामदाना या चौलाई या राजगिरा को धो कर सुखा लें।
कढ़ाई मेंसावधानी से भूनें, कढ़ाई के चारों तरफ कपड़ा इस तरह बिछा लें कि छिटका वाला उसमे से उठाया जा सके और ध्यान रहे कपड़ा आग न पकड़ लें।
गुड़ को अलग से पिघलाएं ।फिर ठंडा होने दें।
जब जमने लगे रामदाना में मिलायें और लड्डू बांध लें।
हाथ में चिकनाई या पानी लगा लें।

भूनें रामदाना को चीनी के साथ पीसे और कसार बनाये,फलाहार के लिए।

Wednesday, 29 March 2017

बैंगन का भरता

बैंगन का भरता ,अरहर की दाल चावल के साथ खाने में बहुत बढ़िया लगता है।ये अलग अलग जगहों पर थोड़ा रूप बदल बदल कर बनता है।
बिहार का भाजा में बैगन को आँच पर भुनेगें और उसमें कटी प्याज ,अदरक,नमक,हरी मिर्च,हराधानिया और उबले मटर सरसों तेल आदि डालेंगे व् मिला कर बाटी की साथ परोसेंगे।
बाकि जगह मिलता जुलता तरीका है,बैंगन का भरता बनाने का।

बैंगन का भरता

20 मिनिट लगेंगे
6 लोगों के लिए

2 बड़े बैंगन (बिना बीज वाले)
3 प्याज (कटी)
10 लहसुन कलिया
1 इंच अदरक बारीक़ कटा हुआ
2 टमाटर
1 हरी मिर्च
बारीक़ कटा हरा धनिया
1/2 कप छिले मटर
1 चम्मच गरम मसाला
नमक स्वाद अनुसार
2 चम्मच सरसों का तेल

बैंगन को आँच पर रख कर भूनें,पलट पलट कर सभी तरफ से भुन जाये।
अलग रखें।कढ़ाई में सरसों तेल गरम करें उसमे लहसुन,अदरक और फिर प्याज डाल कर भूनें।
थोड़ी नरम होने पर मटर भी डालें और धीमी आँच पर ढक कर पकने दें।
मटर गली सी हो जाएं तो काटे टमाटर और मिर्च को प्याज के निचे करके गलने दे और बैंगन पर से काला छिलका निकाले ।
छिले बैंगन को भी साथ में भूनना है।
नमक और गरम मसाला भी मिलायें और भून कर हर धनिया से सजा कर परोसें।
खाने की शान बड़ जायेगी।



Tuesday, 28 March 2017

कविता (उत्तर दक्षिण)

कुछ चाह सही, कुछ राह सही
तेरी उत्तर  मेरी   दक्षिण..
हाथों में हाथ सही,साथी तेरा साथ सही!!
दुख नही,मज़बूरी नहीं,साथ की आस सही
खुशियों की तलाश किसको होगी..
हमारा संग होने का एहसास सही!!
सिद्ध कुछ भी करना ही नहीं
उपलब्धियां किसकी,निर्णय किसके
सुख,शान्ति,सहभागिता सर्वोपरि !!
आहुति भी,अग्नि परीक्षा भी..
साथ साथ जीवन साथी प्यार भी,तकरार भी
कलह नहीं,गृह युद्ध नहीं,अधिकार की दरकार नहीं
जीवन जीना किसी नियम का मोहताज नहीं
गति, गंतव्य ,चाहें, इच्छाये किसकी नहीं?
जितनी धड़कन उतना ही मिलता साथ सही!!!

-----------//-------अलका माथुर
29.3.2017

Sunday, 26 March 2017

सोरबेट फ्रूट से बनी आइस केन्डी और लाइम कॉर्डियल

बर्फ के रूप में जमे हुए फल गर्मी में और ज्यादा मज़ा देते है।फल के कोई पौष्टिक तत्व नष्ट नहीं होते।
संतरे,अँगूर,तरबूज,पका आम और कच्चा आम का इस्तेमाल इसी तरह से करें ।
अदरक और जामुन को भी फ्लेवर्स की तरह इस्तेमाल करने से मज़ेदार सोरबिट तैयार होंगे।
आम पन्ना ,जल जीरा और काला खट्टा  नाम लेने से ही मुँह पे पानी आ गया !

लाइम कॉर्डियल

1 लीटर पानी
5 कप चीनी
8 - 10 नीबू का रस
1 नीबू के पतले कटे स्लाइसेस

चीनी और पानी को उबालें और छान कर ठंडा करें।
नीबू को छन्नी से जरिये रस निकलते जाये और सीधा चीनी पानी में डालता जाये।
मिलायें और उसमें स्लाइस मिला लें।
एक दो दिन पहले भी बना कर रख सकते है बाहर या फ़्रिज में।
इसको ice cubes की तरह जमा लें और दो तरह से उपयोग करें 1 - ग्लास में भरें और ऊपर से सोड़ा या बियर से भरे और ऐकदमठंडा परोसें।
साफ ग्लास को सिरे पर हल्का गीला करें और नमक सिरे पर चिपक जाये इस तरह नमक के बाउल में छुआये और सीधा करके ,लाइम कॉर्डियल परोसें।
2 - पल्प ले कोई फल का आधा कप तरबूज के पल्प को 4 क्यूब्स के साथ जरा सा मिक्सि में चलाये और सोरबेट तैयार।
सजाने के लिए कुछ कटे पुदीने के पत्ते उपयोग में लें।
 

ये नीबू का रस वाला चाशनी को बिना नीबू स्लाइसेस के फल के पल्प के साथ मिक्सि में चलायेंगे तो फल का रंग नहीं बदलता,चीनी सही कर लेते है और स्वाद भी सही हो जाता है पाइनएप्पल और सेब को 2 मिनिट माइक्रोवेव में पकाने से बहुत बढ़िया हो जाता है ।
टमाटर का सोरबेट
हर गिलास के लिए 2 टमाटर काटे।
1/2 चम्मच काला नमक और 4 लेमन कॉर्डियल को मिक्सि में चलायें।
छान कर फिर से ग्लास में जमायें और सर्व करें।


Friday, 24 March 2017

गर्मियों में बर्फ का गोला

बर्फ का गोला- देख कर बच्चे बड़े सबका मन ललचा जाता है।घर पर अगर बनाना हो तो पौष्टिक ,ठन्डक पहुचाने वाला और सुन्दर दिखने वाला बनाया जा सकता है।
आप कैंडी की तरह बना सकते है।
कम जमा सोरबेट बना सकते है।
जैली शेप्स बना सकते हैं।
बर्फ का गोला भी बना सकते है।
और ठन्डे सलाद भी जमा सकते हैं।

सबमें ताजे फल या ताज़ी बनी फ्लेवर्ड ड्रिंक का इस्तेमाल करें।
पहले हम रंग बिरंगे शरबत तैयार करते है।

लाल रंग
1
बना कर रखना है तो
1 लीटर पानी
6 कप चीनी
2 चम्मच लाल रंग
1 चम्मच गुलाब जल
1/2कप सुखी गुलाब की पत्ती
1 चम्मच रेस्बेरी एसेंस।
सभी चीजें एक भगोने में लें और 10 मिनिट धीमी आँच पर गरम करें ।
ढक कर ठंडा होने दे।
साफ मलमल के कपडे में छान कर बोतल में भरें।
ध्यान रहे,4 से6 दिन बहार और 15 दिन फ़्रिज में ख़राब नहीं होती।
अगर ज्यादा दिन रखना हो तो गरम ही भरें और ठीक से काँच की बोतल को पहले और बाद में किटाणु रहित बनाये।(पहले स्कॉश के रेसिपी के साथ दिया है )

2
तैयार बिकने वाला tang या रसना का बनाना हो तो
रेस्पाबेरी या रोज फ्लेवर वाला पैकेट लें।
उस पर लिखे तरीके को अपनाये और चीनी की मात्रा 1 कप ज्यादा करें।
इनको भी बना कर रखा जा सकता है।


हरे रंग के लिए
खस का शरबत बनाये
1 लीटर पानी
1 किलो चीनी
2 डंडी खस
1 चम्मच हरा रंग
1/2 चम्मच खस एसेंस

पानी में खस को बिंगो कर रखें 2 धंटे।
इसके और चीनी के साथ उबालें।
ठंडा होने पर छाने ।
रंग और एसेंस को भी मिलायें।
बोतल में भर कर रख लें।
(तारीख जरूर लिख कर लगायें)
3-4दिन बाहर रख सकते है, फ़्रिज में और कुछ रख सकते है।
ज्यादा दिन रखना हो 1 चम्मच मेटा बाई सल्फाइट और 1/2चम्मच साइट्रिक एसिड को मिलायें ।काँच वाली बोतल को पहले और बाद में डिसिन्फेक्ट करना न भूलें।

बर्फ का गोला

घर में ही किसी बड़े से बर्तन में साफ पानी जमा लें।
जितने चाहिए ग्लास ले।
बर्फ को कसने का जुगाड़ न हो मोटे कपडे में रख कर कुट लें।
गिलास में बर्फ भरें, डंडी लगायें ,खस और रॉज के शरबत डाले और ग्लास समेत परोसें।



Thursday, 23 March 2017

कटहल पीठे वाला (सब्जी जरा हट के)

कटहल की सब्जी कैसे बनाये, ये विचार जरूर होता है।आप जैसे और सब्जी बनाते है इसको भी बना सकते है लेकिन अच्छा और खास लगे उसके लिए ये तरीका अपनाये!!

पीठे का कटहल

6 लोगो के लिए
आधा धंटे में बनाये

250 ग्राम कटहल (कटा और फ्राई किया हुआ)
2 प्याज
1 बड़ा चम्मच दही या 2 टमाटर
8 लहसुन कली
1 चम्मच धनिया पाउडर
1/2चम्मच गरम मसाला
1 चम्मच नमक
2 चम्मच बेसन

2 चम्मच सरसों का तेल

तेल गरम करें, कटा लहसुन सुनहरा होने तक भुने।
कटी प्याज को भी इसी में डाले और सुनहरा होने तक भूनें।
धनिया पाउडर गरम मसाला और दही डाले और ढक कर प्याज को नरम होने दें।
कटहल और नमक मिलायें ,पानी छीटे और कटहल गलने तक ढक कर पकायें।
बेसन को 1 चम्मच पानी धोल लें और कटहल पर एक सा डाले।पकने दे बिना हिलायें,जिससे सब तरफ बेसन चिपक जाये।
अब भूनें माध्यम आँच पर।सावधानी से चलाये ताकि हलुआ न हो जाये।
नमक मिर्च चख कर पसंद से डाले, ये सब्जी बहुत बढ़िया लगेगी।
हरा धनिया डाले और भूनें।

लौकी का हलुआ

लौकी का हलुआ

4 कप कसी हुई लौकी या कददू
2 लीटर दूध
1 कप चीनी
काजू ,किशमिश और चिरोंजी 1/2कप
2 इलायची कुटी हुई

दूध को उबलने रखें ,एक कढ़ाई में जिसमें हलुआ बनाना हो।
दूध कुछ देर उबलने के बाद निचोड़ कर कसी लौकी मिलायें और धीमी आँच पर 30 मिनिट पकने दे।
तेज आँच करके भूनें, भुने हलुए में चीनी डाले और चलाते रहें।
मेवा ,इलायची और चाहे तो एक चम्मच धी डाल कर भूनें ।
गरम गरम हलुआ परोसें।

Wednesday, 22 March 2017

चॉकलेट बर्फी

हमारे भारत में मिठाई बहुत प्रकार से बनती है गुड़ /चीनी के बाद दूध ही ज़्यादातर मिठाइयों का ख़ास इस्तेमाल होने वाला तत्व है।
फ़ज और चॉकलेट बर्फी एक सी ही चीज़ है।पुराना तरीका यही है की दूध को धीमी आँच पर 2 से 3 धंटे तक पकायें ,जब खोया बन जाये तब चॉकलेट और चीनी मिलायें और पकायें और फिर ठंडा करें।बर्फी काटे और परोसें।
हम लोग अब बर्फी के लिए खोये का और फ़ज के लिए कंडेन्स मिल्क का उपयोग करते है।

चॉकलेट बर्फी मिनटो में

200 ग्राम खोया
1 कप दूध पाउडर
1 कप चीनी
3/4 कप कोको पाउडर

खोये को गरम करें, छोटा काट कर कढ़ाई में लें, चलाते हुए भूनें।
चीनी पीस लें।
आँच से उतार लें खोया और थोड़ा ठंडा होने दे,जमने के पहले ही उसमे दूध पाउडर,को को पाउडर और चीनी क्रमशः मिलायें।
खूब अच्छी तरह मिलायें।
एक थाली या केक मोल्ड में चिकनाई लगा कर,उसमें फैला लें ।
जम जाये तो काटे और परोसें।
बाज़ार वाली से इसका स्वाद बहुत बढ़िया लगेगा,बनाये जरूर।

Tuesday, 21 March 2017

साबूदाने की खिचड़ी

साबूदाने की खिचड़ी बढ़िया नाश्ता है ,बनाने में समय कम लगता है बस रात में भिगोने की याद रखें।इंदौर में साबूदाने की खिचड़ी ऊपर से खूब सारे आलू लच्छे डाल कर बिकती है।
सभी लोग पसन्द से खाने लगे है।बनाने में बहुत सी सावधानियाँ ध्यान में रखनी चाहिए।

साबूदाने की खिचड़ी

2 कप भीगा साबूदाना
1/2कप फल्ली दाना
2 हरी मिर्च
बारीक़ कटा हरा धनिया
1 चम्मच नमक
1 बड़ा उबला हुआ आलू
1/2 चम्मच जीरा
2 चम्मच तेल

मूंगफली के दानों को भुना होना चाहिए,आप ओवन या कढ़ाई में भून कर रख लें।
उबले आलू को छोटा काटें।
हरी मिर्च का फ्लेवर चाहिए तो साबुत ही डाले ,तेज़ी भी चाहिये तो बारीक़ काट लें।
हरा धनिया भी काट कर धो लें।
साबूदाने को रात में भिगो दे ,अगर सुबह बनाना है तो।बनाने के एक धंटे पहले छन्नी में धो कर रख लें तभी खिला हुआ बनेगा।

तैयारी करी हो तो मिनटो में बन जाता है।
कढ़ाई में तेल गरम करें जीरा और आलू भूनें।
साबूदाना और नमक डाले,आंच धीमी करें और चलाते रहे ,ऊपर की सतह सिक जाती है फिर नहीं चिपकता है।
हरा धनिया और हरी मिर्च मिलायें और गरम गरम ही ऊपर से मुगफल्ली डाल कर परोसें।

Monday, 20 March 2017

नारी ( सामान या इंसान ) कविता# अलका माथुर

नारी  (सामान या इंसान)


इंसान अगर होती तू!
कुछ करती,कुछ बनती,कुछ बनाती !
खुद को ख़ोज निकालती ,खुद से ।।

दहेज़ संग क्यों जाती!
अनिच्छा से नही रहती !
क्यों निर्जीव सामान सी जगह बदलती।।

तू साज सज्जा,तू मान प्रतिष्ठा,
रोबोट सी बनती, सुधरती कभी भी
भावनाओं का नहीं ताना, नही बाना बुना।।

सपनों, विचारों की उत्पत्ति कहाँ
राय मशवरे की कभी नहीं जगह
नहीं नाम,नहीं घर,न ही उसका अपना जहाँ।।

न आदि कहीं,न अंत कहीं
सिसकियों में भटकती यहाँ/वहाँ
दूसरों के समान में,वही पड़ी,डाली गई जहाँ।।

--------///----------/--------अलका माथुर
20 /3 / 2017

अप्पम

अप्पम मसाले वाली वेज और नॉनबेज सब्जियों के साथ खाया जाता है।चावल से रोटी,बाकरी रोटी,अंगरका रोटी और पीठा  - चीला या रोटी की तरह बनते है।

अप्पम
2 कप चावल का आटा
1/2कप नारियल कसा हुआ
1 कप पके हुए चावल
1 कप दूध
1 चम्मच चीनी
1/2चम्मच नमक
1 चम्मच ड्राई यीस्ट

दूध तेज गरम करें और उसमे नारियल भिगो लें।
10 मिनिट बाद बारीक़ पीस लें,अगर न हो तो छान लें।
चावल आटे को भी छान कर इसी दूध के साथ मिलायें और पानी,नमक ,चीनी , यीस्ट और पके चावल के साथ पीसे ।
मिश्रण दोसे के धोल से थोड़ा पतला रखें।
30 ℃ तापमान रहे ,ऐसी जगह पर मिश्रण को फरमेन्ट होने के लिए रख लें।
कम से कम 1 धंटे रखना चाहिए।
छोटी कढ़ाई या नॉनस्टिक ले उसमें थोड़ा सा तेल लगाये और 1 चमचा मिश्रण डाले,कढ़ाई को चारों तरफ झुकायें ,मिश्रण को फ़ैलाने के लिए।
हल्की आंच पर सिकने देऔर गरम निकाल कर परोसें।
किसी भी मसाले वाली सब्जी के साथ मज़े से खाएं।

शक्कर पारे

मीठा स्नेक्स जो सबको पसंद आये उसको शक्कर पारा कहते है ।पहले फीके तले जाते है फिर उनको चीनी या गुड़ में पागते है।

शक्कर पारे के लिए

4 कप मैदा
4 बड़े चम्मच घी या तेल (मोयन के लिए)
 पूड़ी के जैसा आटा मलने के लिए पानी

तलने के लिए तेल या घी

2 कप चीनी
1/3 कप पानी

मैदा में मोयन वाला घी अच्छी तरह मिलायें।मुट्ठी बंधनी चाहिए।
इस मैदा में 1/2कप के करीब पानी लगेगा,सख्त मैदा मल लें।
थोड़ी देर मले और ढक कर रख लें।
चार हिस्सों में बांटे और बेले और उसमे से चौकोर या कोई और आकार के शकरपारे काटें ।
तेल गरम करें, मध्यम आंच पर कटे शकरपारे को तल लें।
किचन टिससू या अख़बार पर निकाले जिससे सारा अतिरिक्त तेल निकल जाये।

चीनी और पानी को साफ कढ़ाई में पकने रखें।
3 मिनिट में 2 तार की चाशनी बन जायेगी,सिके हुए शककरपरे को डाले और चलाते रहे ,सभी पर चीनी की परत चढ़ जायेगी।
आंच से हटायें और चलाते रहे नहीं तो आपस में चिपक जायेगे।

मज़े के कर खाये और खिलायें।

Sunday, 19 March 2017

बेसन के सेव

बेसन के कुरकुरे सेव के बिना कोई भी मिक्सचर बेकार है।बेसन के सेव अपने आप ही खाने में इतने बढ़िया लगते है कि कटोरी कब खाली हो जाती है पता ही नहीं चलता!!

बेसन के सेव

आधा किलो बेसन
1 चम्मच नमक
1/2 चम्मच लाल मिर्च
1/3चम्मच हींग
पानी
तलने के लिए तेल

बेसन,नमक,मिर्च और हींग को साथ में छन्नी से छान लें।
कम पानी डाल कर बेसन मल लें।ज्यादा गीला न करें और सख्त भी न करें।
तेल के हाथ से और चाकू की मदत से एक सा करें और छोटे हिस्सों में बाँट लें।
तेल गरम करें माध्यम आँच तक और उसमें सेव बनाने वाले की मदत से मोटे या बारीक़ सेव गरम तेल में छोड़े।
पलट कर सेकें और निकाल कर कागज़ पर रखते जाये।
गरम पर ही सूखा कोई मसाला चाहिए तो छीटे।
सारे तल लें और बिना रुके बस खाते ही जाये।

भाँग और ठंडाई

भांग का पौधा जंगल की तरह हमारे घर में उगे रहते थे।पुराने लोगों से हम लोग बहुत सारी बाते सीखने से चूक गए।अम्माजी भांग के पेड़,अरंडी के पत्ते,पथर चट्टे के पत्ते और फूल के अलग इस्तेमाल करके हर बीमारी का इलाज करती थी।
भांग के पत्तो को सिल पर पीस और छान कर ठंडाई में दूध के साथ मिलाया जाता था।सच कहूँ तो उसकी मात्रा का भी कोई अंदाज नहीं है पक्का पक्का।
लड़कियो से छिपाया जाता था।

ठंडाई को तुरंत और बाद में इस्तेमाल के लिए बनाया जा सकता है।दोनों तरह से उनमे मात्रा एक सी ही लगेगी।

ठंडाई बनाने के लिए

सभी शर्बत की तरह चीनी का घोल बनाये।

6   कप चीनी
1 लीटर पानी  पानी और चीनी को 5 मिनिट तक उबालें

1 कप बादाम,1 कप मगज और 1कप खस खस को  2 चम्मच देसी घी में भून लें।
2 चम्मच सौंफ,1 चम्मच इलायची और 6 दाने कालीमिर्च को गरम करके पीसे।

बादाम मिश्रण को और सौंफ मिश्रण को चीनी वाले पानी के साथ बारीक़ पीस लें।इतने में आधा लीटर का ही इस्तेमाल होगा और एक बोतल ठंडाई बन जायेगी जिसको साल भर तक ठीक से रखा जा सकता है ।


फ्रेश ठंडाई बनानी हो
भुने बादाम मिश्रण में आधा लीटर दूध मिलायें और 4 मिनिट पकने दे।
फिर इसको सिल पर या मिक्सी में पीसे,जितना महीन पीस सकें।
सौंफ मिश्रण भी साथ में पीसे ।
भांग की पत्तियां भी साथ में पिसी जाती है सिल पर ।(अगर मिलाना हो तो,3 चम्मच पेस्ट जितना )
तैयार ठंडाई हो और दूध और चीनी मिला कर, पसंद के अनुसार ठंडा और मीठा करके पिए और पिलायें।

कम मात्रा यानी एक गिलास पीने से भांग का भी कोई प्रभाव नहीं होता।
ठंडाई बहुत ही फायदेमंद होती है।



Wednesday, 15 March 2017

होली पूजा

होली का त्यौहार भी विशेष तरह की पूजा के लिए मशहूर हैं।होलिका के जल जाने की कहानी है,जो पूजा के नियम बचपन में देखें उनके बारे में सबको बताना चाहती हूँ।
कई दिन पहले से पकवान बनने के साथ ही,पूजा की तैयारियां की जाती थी।
1 गोबर से भिन्न आकर के,बीच में छेद वाले ,छोटे कंडे बना कर सुखाये जाते और उस की माला बान से गूथ कर बनाई जाती थी।क्यों  - शायद अग्यारी में परिवार का योगदान !
2 - मखानों और गोले की माला बनाना। जिसको आग में चढ़ाना और फिर प्रसाद के लिए ले लेना।
3 - गन्ने के सिरे पर गेहू ,चने  की बालिया बांध देना।उनको भी भुनते और भुने दानों को छील कर खाना और खिलाना।
4 - बताशों की भी माला बनाना जो ज्यादातर होली में चढ़ा कर आते थे।

पूजा के लिए जाते समय कौन क्या उठाएगा उसकी लड़ाई का भी अपना ही आनंद होता था।होली जलाने नए दड़िये पहन कर जाते इस लिए रंग शुरू होने के पहले  जोश और भागमभाग मचती!!
इस सबके साथ भुने छोलियों से हरे चने अलग करने जरुरी होते  उसकी ताहरी (हरे चने वाला पुलाव) जो बनती थी।

भाँग की ठंडाई की भी तैयारी चलती जो मैंने कभी चखी नहीं।
बनाने का तरीका जरूर बताना है ।
अगली पोस्ट में !!

मंगौड़े (स्नेक्स)

छिलके वाली मूँग की दाल से बने मंगौड़े बहुत ही कुरकुरे और स्वादिष्ट होते है।अकेले मंगोडो की ही दावत ख़ासी मशहूर होती है।

मंगौड़े बनाने के लिए

1 कप छिलके वाली मूँग दाल
1 इंच अदरक (बारीक़ कटी)
2 प्याज (बहुत बारीक़ कटा हुआ)
2हरी मिर्च और हरा धनिया कटा
1 चम्ममच साबुत धनिया
1 चम्मच नमक
तलने के लिए तेल

मूँग दाल को भिगो दें कम से कम 3 घण्टें के लिए।
बिना पानी के दाल को बारीक़ पीसे और फेटें।
नमक और अदरक,प्याज,मिर्च,हरा धनिया,साबुत धनिया मिलायें और थोड़ा फेटें।
तेल गरम करें और उसमें छोटी छोटी पकौड़ियां हल्के रंग सेक कर रख लें।
जब परोसना हो तेल को तेज गरम करें और इन पकौड़ियों  को फिर से कुरकुरा सेके और चटनी ,सौस और सोंठ के साथ परोसें।

Tuesday, 14 March 2017

शुगर आर्ट (चीनी से बनी चीजे)

शुगर या चीनी हमारे शरीर का सबसे जरुरी हिस्सा है।खाना बनने और फलो को सहेजने,फल का जैम,फल की जैली,मीठे अचार,मिठाइयो,तरह तरह के पेय,चटनी और ख़मीर,बेकरी आदि सबमें चीनी इस्तेमाल होती है।
चीनी का इतनी विविधता से इस्तेमाल होना चीनी के खास लक्षण की वजह से है।
45 साल पहले की बात है स्कूलों के सामने एक जगह सबसे ज्यादा भीड़ बच्चों की लगी हुआ करती थी।एक लंबे से बाँस के चिकने हिस्से पर सफेद गुलाबी और हल्के हरे रंग का गोला जैसा कुछ चिपका होता था जो थोड़ी सी जगह से खुला होता ,कारीगर उसमे से थोड़ा हिस्सा निकलते और ख़रीदार बच्चा जो भी फ़रमाईश करता - "टेलीफोन बना दीजिये ","हुक्का बना दे",रिक्शा बना दीजिये"  कारीगर तुरंत बना कर देता।कुछ के पास ख़रीदने के पास पैसा नहीं होता वो भी ,कलाकारी देख कर खुश होते थे।
बहुत कम लोगों को इसकी याद होगी।
आज भी ये शुगर आर्ट बेकरी आरटिस्ट इस्तेमाल करते है।
है आसान और ख़ास।

शुगर आर्ट

3 प्याला चीनी
करीब डेढ़ प्याला पानी
1 बड़ा चम्मच सिरका (सफेद)
1बड़ी चम्मच लिक्विड ग्लूकोज

सभी चीजों को एक साथ एक भगोने में लें।
हो सके तो इंडक्शन पर पकायें।
160 ℃तक पकाना है बीच में देखे साइड से चीनी जमने न लगे,गीले सिलिकॉन ब्रश से हटा दे।
सही तापमान आने के पहले तैयारी कर लें।
ये तैयार शुगर गरम में नरम होगी और बाद में एकदम सख्त जम जायेगी,तुरन्त बेस पर निकलना है (सतह साफ और सिलिकॉन या पत्थर की होनी चाहिए)।
हाथ में ग्लव्स पहने जलने से बचाने के लिए।
चीनी को किनारे से जमना शुरू हो उससे पहले ही,किनारों से बीच में गोल करते जाये और मल कर एकसाथ करें ।कैंची से काटे।
रंग मिलाने के लिए नरम करना होता है जो बल्ब के निचे हो जाता है।
तरल को की किसी भी सिलिकॉन मोल्ड में ड़ालते जाये जम कर निकल आयेंगे।
थीं लेयर्स भी बना सकते है और शेप्स भी बना सकते है ।

Saturday, 11 March 2017

रंग पाशी (माथुरों में होली पर परिवारों का उत्सव)

होली के पांच दिन पहले रंगपाशि का त्योहार मनाया जाता है।कुछ लोग छोटी होली पर भी त्योहार मानते है।
पहले ज़माने में फागुन के गीत सुबह शाम गाये जाते थे ।इसकी ख़ास बातो में

1 - पूजा की जगह मटके में धुआं लगा कर बड़ो की कांजी लगाना।जिसको होली के दिन खोला जाता था।
2 - घर की सभी लड़कियो बहुओ आदि के लिए सफ़ेद कपडे को गुलाबी रंग कर गोटे सलमे से सजा कर डंडिया बनाया जाता था।जिसकी जगह प्रिंट ने ली और अब उसकी यादे ही है।
3 - बेटे दामादों के लिए भी कपड़े बनते ,रुमाल तो जरूर ख़रीदे जाते ।जिन पर शगुन का रंग छिड़का जाता और दामादों को रंग छिड़कने के तोहफे दिए जाते थे।
4 - भगवान जी को रंग छिड़का जाता और टेसू के फूल चढ़ाये जाते।हमारे घर तो रंग और टेसू की बोरी सब भगवान जी की पास जमा हो जाता था ।होली जला कर लौटेंगे तभी छूना होगा ,हिदायत दी जाती थी।
5 - गानो में भजन और होलियाँ खूब रंग जमाती।
6 - दावत और तरह तरह के पकवान इतने दिन पहले से शुरू हो जाती।एक एक कर सभी लोग इस तरह के आयोजन करते थे।

कब धीरे धीरे होली और रंग पाशी सब एक ही दिन होने लगा ,याद नहीं।अभी भी ज्यादातर माथुर घरों में पापड़ी,कांजी और गुझिये और भी बहुत सारी चीजें बनती है।
इस बार मैंने अपने ठाकुरजी की पोशाक रंग कर बनाई है ।

बड़ी अम्मा की होली भी लिख रही हूँ।
होली-  1 -

होली खेलें महादेव कैलाश पति....
ज्यो ही महादेव ने रंग बनाया
तो छिड़क रहीं गोऱा पार्वती....
ज्यो ही महादेव ने भंग बनाई
तो चाख रहीँ गोऱा  पार्वती...
ज्यो ही महादेव ने फ़ाग रचाया
तो नाच रहीँ गोऱा पार्वती.....


2 -
चैत ही चैत  चतुर भुज ,कब आएगी होली.....
चैत ही चैत चतुर्भुज,किसके आँगन फ़ाग ,किसके घर होली....
बाबू ...( नाम)......के घर फागुन...
उनके बेटा बेटी के घर होली.....

घर के सभी लोगो के नाम से ये होली गाई जाती थी।

3 -
 होली खेलों री राधे सम्हाल के..
छिप छिप के आते है बांके बिहारी
हँस हँस के लेंगे बलैयां तुम्हारी
गोरे गालों पे रंग डाल क़े....

शर्मा के राधा यो मोहन से बोली
छोड़ो जी बईया ये कैसी है होली
पाले पड़ी हूँ नन्द लाल के.....

बहुत सारी मधुर यादे है।
होली सबको मुबारक हो।


Thursday, 9 March 2017

काले चने के कोफ़्ते (सब्जी जरा हट के)

एक बार में थाली में अगर 5 सब्जी है तो तीन रसे वाली या लगी लिपटी हो तो थाली की शान बढ़ जाती है।मेरे हिसाब से रंग और स्वाद सबका अलग हो तो सही होता है।एक सफेद करी,कोई टोमेटो ग्रेवी और एक मसाले वाली सब्जी हो तो क्या बढ़िया रहें।

काले चने के पहले कटलेट बनाये

1 कप भीगे काले चने
1 चम्मच बारीक़ कटी प्याज
1 इंच बारीक़ कटा अदरक
हरा धनिया और हरी मिर्च
1/3चम्मच नमक

काले चनों को 3 घण्टे भिगोयें और 10 मिनिट  एक कप पानी डाल कर प्रेशर कुक करें।
इन उबले चनों को हल्का पीस लें।
नमक और प्याज,धनिया,मिर्ची,अदरक सब मिला लें।
अगर अंडा मिला सकते है तो एक अंडा मिलायें खूब अच्छी तरह और मिश्रण से 8 गोले बना लें ।गोल बनाते समय हाथो पर तेल लगा लें।

अगर अंडा नहीं मिलाना तो ऐसे ही 8 गोले बनाये एक प्लेट में आटा लें उसमें लपेटें और तेल में सावधानी से कम तेल में तवे पर सेक लें।

जल्दी बनने वाली मसाला करी

3 बड़े प्याज काटे
3 कली लहसुन
1 चम्मच अदरक पेस्ट
2 टमाटर
1 चम्मच तेल
1/2चम्मच गरम मसाला
नमक ,मिर्च स्वाद अनुसार
2 चम्मच मलाई
2 हरी मिर्च
2 चम्मच आटा

तेल गरम करें उसमें लहसुन काट कर भूनें और प्याज कटी और टमाटर काटे वाले डाल कर जरा सा नरम होने दें।
अदरक पेस्ट,मलाई ,आटा और मसाला मिलायें और ढक्कन लगायें ।
कढ़ाई में या कुकर में3 मिनिट पकने दे।अगर जलने का डर हो तो पानी का छीटा दे सकते है।
प्रेशर कुक करने से सब गल और भुन जायेगा।
ठंडा हो जाये तो मिक्सि में पीसे और छन्नी से छान लें।
एक डिश में निकाले और चख कर देखे ,नमक को ,मक्खन में हरी मिर्च गरम करें और ग्रेवी पतली करनी हो तो पानी मिला कर पकायें,गाढ़ी करनी हो तो ऐसे ही पकायें।
तली मिर्च,कोफ़्ते और मक्खन सजायें और परोसें।

अगर अंडा मिला कर कोफ़्ते बिना सिके रखें है तो ग्रेवी को 1 कप पानी मिला कर उबालें, उबालते मसाले में किनारे से कोफ़्ते एक एक कर छोड़े धीमी आंच पर 3 मिनिट पकने दे,कम से कम हिलायें।

बहुत मज़ेदार स्वाद मिलता है।

Wednesday, 8 March 2017

सोयाबीन कीमा मटर (सब्जी जरा हट के)

सोयाबीन की बड़िया और कीमे के लिए बारीक़ दानों दोनों रूपों में ये बाजार में मिलते है।जल्दी से बन जाने वाली ये शानदार सब्जी सब्जी है ।हमेशा ज्यादा साडी बनाये ,जो बचे उसको भर कर  वेज काठी रोल,समोसा,मोमोज़ और स्प्रिंग रोल बनाये।

सोयाबीन कीमा मटर

1 कप सोयाबीन (कीमा)
1कप मटर दाने
4 प्याज
2 चम्मच लहसुन अदरक का पेस्ट
2 चम्मच टमाटर प्यूरी
1 चम्मच नमक
1/2चम्मच हल्दी पाउडर,धनिया,लाल मिर्च
1 चम्मच गरम मसाला
1 चमचा तेल
1 कप वेज स्टॉक
20 ग्राम पनीर
हरा धनिया सजाने को

सोयाबीन को पानी में भिगो कर रखें।कम से कम आधा घंटा।
प्याज को एक चम्मच तेल के साथ पीस लें।
तेल गरम करें और जो मन चाहे जीरा या लॉन्ग डाले,इसमें पिसी प्याज भूने।
इसमें ही टमाटर प्यूरी और लहसुन,अदरक पेस्ट डाल दें।
तेल छोड़ने लगे तो सूखे मसाले और मटर डाले ।
सोयाबीन से पानी निकाले ,छन्नी में और भी पानी से धो भी लें।
मटर के साथ ही डाल लें और 5 मिनिट भूने।
आधा कप पानी या वेज स्टॉक,कसा हुआ पनीर डाले और 3 मिनिट का प्रेशर कुक करें।
तेज आंच पर एक - दो मिनिट गरम करें और हरा धनिया डाल कर पूरी या गरम रोटियां के साथ परोसें।

मटन बिरयानी #हैदराबादी बिरयानी विधी# माईक्रोवेव कुकिग # बिरयानी मसाला # रेसिपी अलका माथुर

बिरयानी या मटन पुलाव सब जगह बनाये जाते है।थोड़ा थोड़ा अन्तर होता है।
मीट के साथ सब्जियां ,मेवा, तरह तरह की अन्य सजावट के साथ जैसे तले या भुने टमाटर ,शिमला मिर्च कई रंगो के आदि।उबले अन्डो के साथ और कभी एग बिरयानी बनाते है।
सबमें खास होता है इसमें इस्तेमाल होने वाला - बिरयानी मसाला
अगर आप मसाले को चख कर देखेंगे तो बिशेष स्वाद और महक मिलेगी,मुझे बहुत पसंद है ।
पहले मसाला ही बना लें।
बिरयानी मसाला - -

काली मिर्च ,लोंग,दालचीनी ,बड़ी इलायची ,छोटी इलायची,स्टार और जावित्री लगभग बराबर मात्रा में लें।
इन मसालों की 1 कप कुल मात्रा हो तो हर उस मात्रा के लिए - 2 जायफल,2 चम्मच मगज,1 चम्मच शाह जीरा और 1 चम्मच कलौंजी ,2 तेज पत्ते लें।
सबको भूनें और एक साथ पीस लें।

मटन बिरयानी - - -

बनाने का समय 1 धंटे
8 से 10 लोगों के लिए

1 किलो मटन
1किलो प्याज
3 इंच अदरक
1 कप लहसुन
4 चम्मच बना बिरयानी मसाला
2 चम्मच नमक
2 कप दही
1/2कप तेल या घी

1 किलो बासमती लम्बा चावल (भीगा चावल)
1/2जायफल
2 लेजपत्ते
4 लोंग
2 चम्मच नमक
2 चम्मच तेल

लच्छा प्याज
तले काजू
कटे पिस्ते
1 उबला अंडा  और भी जो साथ में सजाना चाहें

केसर या पीला रंग
2 बड़े चम्मच दूध

बारीक़ कटा हरा धनिया
बारीक़ कटी हरी मिर्च

तैयारी करें
1 - मटन साफ करें और पानी निकल जाये तो अदरक लहसुन पेस्ट और नमक के साथ दही मिला कर रखें। 1 घंटे के लिए  ।
2 - 2 प्याज को लच्छे जैसा काटे।जिसमे से चार रोक कर बाकी तल कर अलग रख लें।
3 - तेल में  बाकी प्याज काट के या पीस के भूनने चढ़ा लें।
4 - धुला भीगा चावल जायफल ( कुटा),लॉग ,तेल और नमक डाल कर जरा सा भूने और 1 गिलास पानी डाल कर कटकटा (आधा) पकायें।

दूसरी बार में

1 - भूने प्याज में मटन के टुकड़े डाले और आंच घीमी करें।
   बचा दही लहसुन अदरक अलग से कढ़ाई में तेल डाल कर भूनने चढ़ा दे।
2 - तेल छोड़ने लगे तो दोनों को एक में ही भूने।
3  बिरयानी मसाला डाले।
4 - मटन के टुकड़े गल जाने तक प्रेशर कुकर में या खुला पकायें।

फ़िनिश करने के लिए

 एक मोटी पैंदी का भगोना लें।
उसमें निचे मटन की परत लगाये।
आधा चावल बिछायें।
हरा धनिया,मिर्च ,तली प्याज और नीबू रस थोड़ा सा डाले।
बाकी का मटन चावल के ऊपर बिछायें।
बाकी के चावल की परत लगायें।
ऊपर से हरा धनिया, मिर्ची ,तली प्याज और नीबू के रस के साथ ही केसर घुला दूध भी छीटे सारे में।
एक तौलिये को गीला करें और निचोड़े, धीरे से बिरयानी को ढक दें,ऊपर से ढक्कन लगायें।
एकदम धीमी आंच पर (तवेके ऊपर) रखें 5 से 10 मिनीट तक।
अगर हो सके तो कायेले को जला कर ढक्कन के ऊपर रखें।

परोसते समय चलायें और निचे से परोसें।
काजू,पिस्ते,कच्चा प्याज और उबले अंडे के साथ सजा कर परोसें।


अगर बाद में खाना है तो लेयर लगा कर माइक्रोवेव के डिब्बों में रख लें।
हल्का ढक कर 3 मिनिट माइक्रोवेव में गरम करें और लाजवाब मटन बिरयानी परोसें।

Tuesday, 7 March 2017

ज़िन्दगी सड़क पर (कविता)

 
ज़िन्दगी सड़क पर


कल सड़को का निशान नहीं था
मदमस्त राही, फिरा करता था
गाड़ी घोड़े बाधाएं कम थी
जान बुझ भटकाव नहीं था।

सड़कें ही सड़कें बिछी हैं
चलने को जगह नहीं
बंपर संग बम्पर सरक रहे
बड़े शहर की निशानी है।

सुपर स्पीड की गाड़ी आई
उनके मुताबिक सड़क बनाई
रूल बनाये,नियम न माने
स्टेंस, बड़ बड़,बी पी बढ़ गये।

मुँह लपेटे लड़के लड़की घूमें!
छिपाये पहचान बेचें लाज शर्म की
लेफ्ट से राईट से 100 की स्पीड से
गति को माने सबसे महत्त्व की।

किसकी गलती किसने नाबालिक को
दे दी होगी इतनी तेज सवारी
रफ़्तार,दिखावे को, मरने तक की धमकी
हर तरकीब इन्होंने सदा अपनाई।

ट्रैफिक पुलिस जगहजगह पर
किस किस को रोके समझाये भाई!
सही लेन  में सिग्नल पर इन्तजार
बचो,लेन बदले है दूसरे अनाड़ी।

स्केल नाप बीचोंबीच चलेंगे
मज़ाल ओवरटेक करसको
हेड फोन कान में डाले तिकड़ी प्यारी
नहीं चल सके रत्ती होशियारी।

सड़क बेजान,हम राहगीर
हमारे सफर ,हमारी मंजिले
सम्वेदनायें हमारी बदलती
खुशियों संग गम की भी राहे
यही चलती ,यहिं जाती।।

-------/----/-////-------------//-
अलका माथुर

Monday, 6 March 2017

चिकन करी

चिकन बनाने का सबका अपना तरीका होता है।सादी चिकन करी में सही मात्रा में अदरक लहसुन हो और सही से पका हो तो बेजोड़ है।एक इसी तरह की विधि आपसे साझा करने जा रही हूँ।

चिकन करी

1 किलो चिकन
3 कटी प्याज
2 इंच अदरक
1 गांठ लहसुन
1 कप दही
2 इलयचा, 4 लोंग,4 काली मिर्ची,1 टुकड़ा दालचीनी,1/3जायफल,1चम्मच जीरा  को भून कर पीस लें।
4 तेजपत्ते
नमक और मिर्ची पाउडर स्वाद अनुसार
2 चम्मच देसी घी

प्याज को बारीक़ काटे।
लहसुन अदरक को पेस्ट बनाये।
अगर समय हो तो चिकन के टुकड़ो को दही में रख लें।
घी गरम करें ,तेजपत्ते और प्याज भूनें और अदरक लहसुन मिलायें।
 उसमें चिकन के टुकड़े व मसाला डाल लें।
नमक और मिर्च भी मिलायें,धीमी आंच पर घी छोड़ने लगे तब तक भूनें।
उबला पानी डाले और 4-5 मिनिट का प्रेशर दे।
भुने चिकन की बात ही और होती है।
रुमाली या मटका रोटी के साथ मज़े से खाये।

Sunday, 5 March 2017

Colourful French fries

French fries or fried potato fingers are most popular snacks. They can be served anywhere anytime .Everyone loves to eat fried potato fingers.
To make French fries in red ,white ,yellow and green colours with natural vegetables is interesting. It looks good and has different flavors as well.

Green French fries

4 big potatoes
1 cup pisa (grind)spinach (palak)
Mirchi salt- to make Mirchi salt grind 1/2capsicum and 3 spoon salt together.
Or
Grind 3 chilli and 2 spoon salt together.
1 spoon cornflour

Make fries evenly and keep them dipped in water.
Boil spinach in 6 glasses water for 6 minutes.
Leave them in water for 2 minutes.
In this green water boil potatoes (fries),unless done.
Strain French fries.
Sprinkle mirchi salt and cornflour over them.
These green colour fries can be deep fried right now or stored in freezer and fried whenever needed.


टमाटर वाले खट्टे चटपटे आलू (French fries)

2 टमाटर
4 बड़े आलू
2 चम्मच कश्मीरी मिर्च
2 चम्मच नमक
1 चम्मच सिरका
2 चम्मच नमक
1 चम्मच कॉर्नफ्लोवर
1/2चम्मच सोंठ(सुखी अदरक)

आलू के मन चाहे आकर के टुकड़े काटे छोटे और पतले होना जरुरी है ,जिससे क्रिस्प हो सके।
पानी में डाल कर रखें।
 टमाटर को छोटा काटे या पीस लें एक लीटर पानी में उबालें।थोड़ी देर पकायें।
सूप में आलू उबालें ,कटकटा गला हो तभी आंच से उतारे सिरका मिलायें और फ्राइज को पानी से अलग करें, सूखा मिर्ची पाउडर ,नमक और कॉर्न फ़्लोर गरम पर ही बुरक लें ,सोंठ भी बुरके।टूटे नहीं उसी तरह हिलायें जिससे सब तरफ मसाला एक सा हो जाये।
लाल रंग दिखाने का है तेजी नहीं है अगर डालनी हो तो तेज मिर्ची  भी डाल सकते है।
तलने में जले नहीं कॉर्नफ्लोर की मात्र भी बड़ा सकते है।
इनको तले और खाये या स्टोर करें बाद में बनाये ।

Friday, 3 March 2017

लहसुन वाली पापड़ी

पापड़ी माथुरों के घर में होली और दीवाली पर जरूर ही बनती है ।कभी सादी बना लें कभी स्वाद बदल लें।
सादी पापड़ी में हींग और अजवाईन ,नमक ,मिर्च डाले।
मेथी वाली में कटी मेथी 1/2किलो बेसन में एक कप से कम कटे पत्ते लें सादी पापड़ी की तरह सारी चीजे भी मिलायें।

लहसुन की पापड़ी

3 कप बेसन
एक गाँठ लहसुन या 2 चम्मच लहसुन का पेस्ट
1 चम्मच नमक
1 चम्मच अजवाईन
1 हरीमिर्च पिसी हुई
कटा हरा धनिया
पानी बहुत टाईट बेसन मलने के लिए
तेल लोई पर लगाने के लिए
और तलने के लिए

लहसुन को छील कर एक चम्मच तेल में गरम करें।
हरी मिर्च के साथ सिल पर पीसे।
बेसन में नमक,पेस्ट,अजवाईन और हर धनिया मिलायें।
थोडा थोडा पानी मिलायें और सख्त आटा मलें।
मले हुए बेसन को तेल लगे सिल पर बट्टे से कूटे5 मिनिट।
50 लोई कटे और पतली पापड़ी बेल लें।
पापड़ी को सुखाये नहीं।एक के ऊपर एक रखे ।
तेल गरम करें और माध्यम और तेज आंचपर एक एक डाल कर सेके ,बहुत जल्दी सिकती है पापड़ी डाला तेल में,अल्टा पलटा और निकाला।
तेल निकलने के लिए खड़ी करके रखें कुछ देर।
आनंद लें!!!

सब्जी जरा हट के (मेथी मटर मलाई)

तेल तैरती हुई सब्जियों का चलन कम हो रहा है,ऐसे में बेहतरीन स्वाद वाली बिना तेल मसाले वाली ये सब्जी सबको पसंद आने वाली है।

मेथी मटर मलाई

6 लोगो के लिए
15 मिनिट में बनेगी

3 प्याज
4 कली लहसुन
1 कप दूध
1 टुकड़ा पनीर

1 कप मटर के दाने
थोड़ी मेथी सूखी(कसूरी मेथी )
नमक,काली मिर्च,जायफल 1 चुटकी
1 कप दही

मटर के दानो को एक कप पानी में करके 2 मिनिट माइक्रोवेव में उबाले।
मटर निकाले और इसी पानी में मोटी कटी प्याज और लहसुन 2 मिनिट के लिए ढक कर माइक्रोवेव करे।
प्याज और लहसुन को मिक्सि में पीस लें।इसी में पनीर भी पीस लें।
नाम मात्र घी या तेल डाले लहसुन या जीरा डाले तड़का ने के बाद मटर ,मेथी और करी के लिए पिसा प्याज डाले 1 मिनिट पक जाये तो दूध , दही डाल कर ,नमक  और काली मिर्च ,जायफल डाले।
कुछ देर 2 मिनिट पकायें।
हमें तो बहुत स्वाद लगता है आप चख कर देखें ।कुछ कम ज्यादा चाहें तो जरूर करें।
गरम नान के साथ परोसें

Thursday, 2 March 2017

खमण या ढोकला

बहुत सारे स्नेक्स भाप में पकायें जाते है,इनमे से सबसे अधिक पसंद किया जाता है ढोकला!! तुरन्त आसानी से बन जाये और स्वाद सुपर हिट!

ढोकला बनाने के लिए

4 लोगो के लिए
15 मिनिट बनाने का समय

सामिग्री
2 कप बेसन
1 कप खट्टा छांछ या 1 चम्मच साइट्रिक एसिड
1 चम्मच सोड़ा
1 छोटा चम्मच नमक
1 चुटकी हींग
2 चम्मच चीनी
1/2कप पानी
हरा धनिया,हरी मिर्च बारीक़ कटा हुआ
1/2चम्मच राई और 1 चम्मच घी छौक के लिए

ढोकला बनाने का काम 3 चरणों में होता है।
1 बेसन का खट्टा घोल बनाने के लिए उसमे नमक और हींग मिलायें।
   और खट्टा घोल बनाये छांछ मिला कर ,जो पकौड़ी जैसा हो पतला या उससे गाड़ा न हो।
अगर छांछ नहीं है तो पानी में सिट्रिक एसिड मिलायें और घोल तैयार करें।

2 थाली या ऊँची किनारी का मोल्ड लें उसमे घी चुपड़ कर रखें।
पानी ले एक बर्तन में ,जिसमे ढोकला बनाने बर्तन रख सके।
पानी को इतना भरें की बर्तन आधा ही डूबे।उबाल आने दे।
सोडा को एक चम्मच पानी में घोले और बेसन में मिलायें ख़ूब झाग बनेगे ,तुरन्त घी लगे मोल्ड में पलटे और 10 - 13 मिनिट तक भाप में पकने दे।
ऐसे ही ढके जिससे भाप निकलती भी रहे।

3 बने हुए ढोकले पर टुकड़े करने के कट लगायें।1/2कप पानी में चीनी घोले और ठंडे होने पर ,ढोकले पर हर धनिया मिर्ची और पानी छींटे।
घी गरम करें उसमे राई तड़काये और ऊपर से डाले।
खमण को चटनी,दही ,सोंठ और बारीक़ सेव डाल कर परोसें।

Wednesday, 1 March 2017

पनीर के कटलेट

चीज़ बॉल्स या पनीर वाले कटलेट रिच स्वाद वाला खूब पसंद किया जाने वाला स्नेक्स है।इसको एक विशेष करी के साथ बहुत ही बढ़िया डिश की तरह परोसें।
पनीर बॉल्स के लिए

200 ग्राम पनीर
2 आलू
1 कसी गाजर
3 चम्मच मैदा या सूजी
हरा धनिया,हरी मिर्च थोड़ा सा
1 चम्मच नमक
1 इंच अदरक बारीक़ कटी हुई

थोड़ा सा मैदा ऊपर से लगाने के लिए
तेल तलने के लिए

पनीर और आलू कस लें।
उसमें मैदा मिलायें और अच्छी तरह मसल लें।
मिर्च और हर धनिया को बहुत बारीक़ काटे और मिलाये।
15 बॉल्स बनाये और उनको मैदा में घुमा कर रख लें ।फ़्रिज में थोड़ी देर 5 मिनिट रखें।
तेल गरम करें।मध्यम से तेज गरम करें तेल,गरम तेल में कम संख्या में डाले और सुनहरा सिक जाने के बाद ही हिलायें और निकाले ,वर्ना टूट जायेंगे।
गरम ही परोसें ,चटनी और सॉस के साथ।