राम दाना ,पहले मुझे सिर्फ ये ही नाम पता था क्योकि यू पी में इसी नाम से जानते है।छत्तीसगढ़ में राजगिरा कहते है।एक पौधे का बीज होता है ।बहुत छोटे होने के कारण इसको साफ करना मुश्किल होता है ।
बिना धोये तो उपयोग में ला ही नहीं सकते,धोने के लिए इनको छन्नी में करके पानी में हिलाते है सारे बारीक़ मट्टी के कण निचे निकल जाते है।
कपड़े के ऊपर सुखाते भी ढक कर है उड़ न जाये।
भूनने से ये बहुत फूल जाते है।
व्रत में इनको भून कर गरम चाय या दूध में डाल कर खाते है।
गुड़ या चीनी में भुने राम दाने को मिला कर लड्डू बनाये जाते है या चिक्की की तरह जमाते है।
भूनते समय पॉप कॉर्न की तरह फूटता है।इस लिए गरम कढ़ाई में कपड़े से दबा कर भूनते है।
रामदाना लड्डू
रामदाना 250 ग्राम
गुड़ 300 ग्राम
रामदाना या चौलाई या राजगिरा को धो कर सुखा लें।
कढ़ाई मेंसावधानी से भूनें, कढ़ाई के चारों तरफ कपड़ा इस तरह बिछा लें कि छिटका वाला उसमे से उठाया जा सके और ध्यान रहे कपड़ा आग न पकड़ लें।
गुड़ को अलग से पिघलाएं ।फिर ठंडा होने दें।
जब जमने लगे रामदाना में मिलायें और लड्डू बांध लें।
हाथ में चिकनाई या पानी लगा लें।
भूनें रामदाना को चीनी के साथ पीसे और कसार बनाये,फलाहार के लिए।
बिना धोये तो उपयोग में ला ही नहीं सकते,धोने के लिए इनको छन्नी में करके पानी में हिलाते है सारे बारीक़ मट्टी के कण निचे निकल जाते है।
कपड़े के ऊपर सुखाते भी ढक कर है उड़ न जाये।
भूनने से ये बहुत फूल जाते है।
व्रत में इनको भून कर गरम चाय या दूध में डाल कर खाते है।
गुड़ या चीनी में भुने राम दाने को मिला कर लड्डू बनाये जाते है या चिक्की की तरह जमाते है।
भूनते समय पॉप कॉर्न की तरह फूटता है।इस लिए गरम कढ़ाई में कपड़े से दबा कर भूनते है।
रामदाना लड्डू
रामदाना 250 ग्राम
गुड़ 300 ग्राम
रामदाना या चौलाई या राजगिरा को धो कर सुखा लें।
कढ़ाई मेंसावधानी से भूनें, कढ़ाई के चारों तरफ कपड़ा इस तरह बिछा लें कि छिटका वाला उसमे से उठाया जा सके और ध्यान रहे कपड़ा आग न पकड़ लें।
गुड़ को अलग से पिघलाएं ।फिर ठंडा होने दें।
जब जमने लगे रामदाना में मिलायें और लड्डू बांध लें।
हाथ में चिकनाई या पानी लगा लें।
भूनें रामदाना को चीनी के साथ पीसे और कसार बनाये,फलाहार के लिए।
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