Monday, 28 November 2016

Refeashing pineapple drink

Pineapple drink

6 pineapple slices
2 teaspoon lemon juice
1 cup sugar
1teaspoon black salt
6 glasses water or soda water

Cut pineapple into small pieces, mix sugar and cook for 4 to 5 minutes in microwave or low fire.
Grind and blend all the ingredients together.
Sieve and serve chilled pineapple drink.

Saturday, 26 November 2016

मिर्ची बड़ा

मिर्ची बड़ा (बेक या स्टीम भी करें)

4  मोटी मिर्ची या शिमला मिर्च
3 उबला आलू,1चम्मच अमचूर,1चम्मच नमक,1चम्मच मिर्ची पाउडर,1 चम्मच
    जीरा पाउडर (मिला लें )

1 कप डोसा बेटर    या
1 कप बेसन,1चम्मच सोडा ,नमक और मिर्च स्वादानुसार ।को अच्छे से फेटें और पानी से गाड़ा घोल बनाएं।

शिमला मिर्च में चीरा लगायें।
आलू का मिश्रण भरें।
डोसा के गोल में लपेटें और 10 मिनिट के लिए तेज गरम ओवन में बेक करें या 10 मिनिट स्टीम करें।
माइक्रोवेव में 3 मिनिट और फिर 2 मिनिट स्टीम करें।

अगर तेल खाने में परहेज नहीं तो तेल गरम करें और तल लीजिये बड़ो को।


Friday, 25 November 2016

बंगाली पायस

दूध में चावल पका कर खीर,फिरनी,शीर, पायसम या पायस बनते है ।ये बहुत ही पसंद आने वाली और आसानी से बनने वाली पुडिंग है।इसके नाम के साथ ही इसका बनाने का तरीका और स्वाद थोडा बदल जाता है।

ये एकदम खास विधि जाड़ो के लिए, सेहत के लिए और स्वाद के लिए  सबसे बढ़िया है।

बंगाली पायस-

इसमें ख़ास तौर से ख़जूर का पिघला वाला गुड़ डाला गया है।

6 लोगो के लिए
20 मिनिट में बनेगी
सामिग्री - 1 लीटर दूध,1चम्मच घी,100 ग्राम चावल,1/2कप पिघला ख़जूर गुड़ ,1/2चम्मच इलायची पाउडर

विधि - कुकर में घी गरम करें, धुले चावल को इसमें भूनें।
दूध को अलग से उबलने रखें।
थोड़ा थोड़ा करके उबला दूध भुने चावल में डालें ,चलाते रहें जिससे निचे चिपके नहीं।
3 सीटी का प्रेशर दें।
आंच से हटा कर रखें, अपने आप भाप कम होने पर खुलने दें।
चावल गल चुके और मिल चुके होंगे।
ठंडा होने पर ही गुड़ मिलायें।इलायची भी मिलायें।
मेवा भी पसंद के अनुसार मिला सकते है।

Thursday, 24 November 2016

गुड़ और ख़जूर का गुड़ (मुंगफली की चिक्की)

ईख या गन्ना हमारे देश में खूब होता है ।चीनी और गुड़ इसके रस से बनाई जाती है।गुड़ बनते यू पी में अभी भी घर घर देखा जा सकता है ।बड़े बड़े कढ़ाव में चूलोह पर गन्ना रस पकता रहता है ।आस पास तेज़ महक उड़ती रहती है।बड़े से चमचे से गंदगी जो किनारे तैर जाती है,चुना डाल देने से ,उसको हटाते जाते है।गाढ़ा हो जाने पर चिकनाई लगी बर्तन में पलट कर भेली बनाते है।
सही तापमान और रस की क्वालिटी के हिसाब से गुड़ का रंग होता है।
बंगाल में और भी रेतीले भागों में ख़जूर और ताड़ी के पेड़ खूब उगते है।इन पेड़ो से गहरा कट लगा कर डॉल लटकाये जाते है जिनसे रस इकट्टा होता है इनसे गुड़ भी बनाते है और ख़मीर मिला कर सिरका और ताड़ी पीने के लिए बनाते है।

गुड़ आज भी गरीब के लिए चीनी का काम करता है।

गुड़ में बहुत सारे विटामिन्स होते है जो खाये जाये तो फ़ायदा पहुचाते है।जाड़ो में गुड़ खाना बिशेष लाभदायी होती है।

गुड़ और चीनी दोनों ही गरम करने पर पिघल जाते है और फिर सही ताप पर जम जाते है।इसी बात को आधार बना कर ढेरो मिस्ठान बनते है।


मूंगफली की चिक्की

1 कप मूंगफली
1 कप गुड़

मुंगफली को ओवन में या कढ़ाई में भूनें और मसल कर छिलका अलग कर लें।
इसको फटकना कहते है,यानि सुप को या थाली को एक सिरे से झटके से हिलाते है जिससे हल्की चीज़ भारी वाली से अलग हो जाती है।
गुड़ को काट कर कढ़ाई में पिघलाएं ,चलाते रहे और आंच मध्यम रखें।
पिघलने के बाद 2 मिनिट तक चलाते हुए पकायें फिर मुंगफली डालें और मिला कर चिकने तल पर पलड़े और बेलन से पतला फैला लें।
चिक्की तैयार है।

नारियल बर्फी( फ़ज)


नारियल बर्फी फज

1 कप नारियल बुरादा
2 कप दूध पाउडर
11/2 कप चीनी
1 चम्मच दूध
1 चम्मच मक्खन
1 चम्मच कॉर्नफ्लोउर
8/8 का केक टिन घी लगा हुआ

सभी चीज़ो नारियल,दूध पाउडर , पिसी चीनी, मक्खन,दूध और कॉर्न फ़्लोर को अच्छी तरह मिला लें।
ओवन को 120 ℃पर गरम करें।
मिलाये हुए मिश्रण को घी लगे केक टिन में पलटें और गीले हाथ से एक सामान करें।
120℃ पर 20 मिनिट तक पकने दें।थोड़ा ठंडा हो जाये तो काट लें।
अभी निकाले नहीं वर्ना टूट जायेगा।
ओवन से निकाले और पूरी तरह ठंडा हो जाने दें ।

कढ़ाई में भी 10 मिनिट तक पकायें और घी लगे बर्तन में जमा लें।

Wednesday, 23 November 2016

क्रिस्प गोभी और बैगन की फ्राइज (चाइनीज स्टाइल)

हमारी तरह और देशो में भी तल कर सब्जियां और चिकिन और भी चीजें क्रिस्प फ्राइड खाई जाती है।थोड़ा अन्तर - पसन्द और सहूलियत के हिसाब से करते है।
ये भी आपको पसंद आयेंगे।पकौड़ी जैसे ही होते है !

गोभी और बैंगन के फ्राइज़

1 गोभी के टुकड़े (15)
1 बड़े बैंगन के गोल टुकड़े (15)
1 कप मैदा
1 चम्मच सोड़ा
1 चम्मच अरारोट
1 चम्मच नमक (छोटा)
1 चम्मच अजीनोमोटो
1 अंडा या 1 चम्मच तेल
घोल बनाने के लिए पानी
तलने के लिए रिफाइन्ड तेल

मैदा ,सोडा,अरारोट,नमक,अजीनोमोटो और तेल को अच्छे से मिला लें।
इसको पानी मिला कर घोल बनाये और फ़टते जाये,घोल ऐसा रखें जो गोभी पर पतली या मोटी परत में चिपक सकें।
कढ़ाई में तेल गरम करें और एक एक करके टुकड़ो को घोल में लपेट कर तेल में डालें।
माध्यम या कुछ तेज़ आंच पर तलें, सुनहरा होने तक।
अब्सॉर्बेंट कागज पर अतिरिक्त तेल निकाले और गरम गरम परोसें।

Tuesday, 22 November 2016

गोभी के परांठे

गोभी के परांठे

8 परांठे के लिए
30 मिनिट में बनेंगे

सामिग्री - 1 1/2कप कसी हुई गोभी,1 चम्मच आटा ,1चम्मच नमक ,लाल मिर्च थोड़ी सी,1 इंच कसी अदरक ,हरा धनिया और हरी मिर्च।
3 कप आटा
धी या तेल  सेंकने के लिए
मक्खन और दही  साथ में परोसने के लिए

3 कप आटे को हल्का सा नमक डाल कर सादे पानी से मल लें।उतना ही गिला रखें ,जो आसानी से बेल सकें।

कसी गोभी और अदरक को मिला लें।
1 चम्ममच सूखा आटा लें और उसमे नमक ,मिर्च मसाला मिला कर फिर गोभी में मिलायें ।
ऐसा करने से गोभी पानी नहीं छोड़ती ,गोभी के 8 भाग करके गोले बना लें।

मले हुए आटे की लोई लें उसमें गोभी भरें और हाथ और बेलन से बड़ा करें तंदूर या तवे पर गरम गरम सेक कर खिलायें।
मक्खन के साथ या हांड़ी के दही के साथ परोसें।


पत्ते वाली सब्जियां (हमेशा तैयार)

पत्ते वाली सभी सब्जियां सेहत के लिए बेहद जरुरी होती है।उनको स्वादानुसार बनाना भी आसान है,बस भागदौड़ की जिन्दगी में साफ करने और काटने का समय मुश्किल से निकलता है।

फ्रीजिंग आज का नया फ्रेश और बढ़िया फंडा है!!!

फ्रीजिंग  -

पत्ते वाली सब्जियों को काटे ,साफ करके,भगोने में, भरे पानी में धोएं।
छन्नी में निकाले ।
पानी छड़ जाने के बाद उन्हें तौलिये पर 1/2धंटे फैला लें।
इनको मात्रा के अनुसार प्लास्टिक के डिब्बों में करके फ्रीजर में रख लें।

जब भी बनाना हो निकाले और तुरन्त इस्तेमाल करें। फ्रेश और समय पर उपलब्ध !!


Sunday, 20 November 2016

मक्का की रोटी

मक्का की रोटी

1/2किलो मक्का का आटा
1कप गुनगुना पानी

मक्का का आटा छाने और गुनगुने पानी से मलें।
चिकना मलने के लिए ,पानी के हाथ से मसलें अच्छी तरह,ऐचना कहते है इसे।
14 लोई बना लें और हाथ से ठोक सकते हो तो उससे बड़ा करके तवे और आंच पर सेक लें।
एक प्लास्टिक के बीच में लोई रख कर भी बेल सकते है,इससे उठाना भी आसान हो जाता है।
सबको एकसाथ गरम खिलाना मुश्किल होता है ,आप धीरे से सबको आधा सेक कर रख लें फिर परोसते समय तवे पर मक्खन लगा कर सकते जाये।

गरम मक्का की रोटी ,मक्खन,गुड़ और सरसों का साग परोसें।
ये सबसे अच्छा खाना होगा।

सरसों का साग और मक्का की रोटी (साग)

जाड़े के मौसम में खेतों में सरसों खूब होती है।कई सारे हरे साग बिकने लगते है। सबमें से थोड़े थोड़े मिला कर धीमी धीमी आंच पर घंटो पकाने से बने साग और चूल्हे पर बनी मक्का की मोटी रोटी और उसपे ढेर सा ताजा मक्खन !!
पंजाब की साग रोटी पूरे भारत में ही नहीं सारी दुनिया में मश्हूर है।
ये विधी अपनाये बहुत आसानी से बन जायेगा और मज़ा अजायेगा !

सरसों का साग
6 लोगों के लिए
1 घंटे का समय

2 गड्डी सरसों
1 गड्डी मूली
1 गड्डी पालक
1गड्डी मैथी
1 गड्डी बथुआ
कुछ चने का सागपत्ते
2 प्याज,2 टमाटर,12 लहसुन कली,2 इंच अदरक
2 बड़े चम्मच मक्का का आटा
1 कप मक्खन
1 चम्मच जीरा,1 चुटकी हींग,2 चम्मच नमक,1 चम्मच मिर्च
2 चम्मच देसी घी

सभी साग को काटें और अच्छे से धो लें।इसके लिए एक बड़े बर्तन में पानी लें उसमे साग धोएं, ऊपर से साग निकलते जाये ,पानी में निचे मट्टी बैठती जायेगी।
सब पत्तो ,साग को कुकर में 10 मिनिट प्रेशर कुक करें।
प्याज,अदरक,लहसुन और टमाटर को बारीक़ काटें।
एक चम्मच घी गरम करें ,इसमें हींग जीरा डालें और भुन जाने पर अदरक लहसुन भूनें ।इसी में प्याज भी भूनें।
टमाटर भी डाले और ढक कर नरम होने दें।
साग मोटा कटा हो तो पीस लें।सभी साग को भुने प्याज वाले बर्तन में डाले और पकने दें ।नमक डाल दें आधा।
अब आंच कम कर लें और जरा जरा करके मक्का का आटा ड़ालते जाये और चलाते हुए पकाते जाएं।
घीमी आंच पर पकने दें 10 मिनिट तक।
घी में मिर्च पाउडर गरम करके छौंक डाल दें ।
नमक चख कर ,ऊपर से मक्खन डाल कर परोसें।

क्रेम्बुलें (पुडिंग)

मेवा डाल कर खीर तो बनाते ही है मेवा मिला कर मलाईदार भाप में ये पुडिंग जरूर आजमाए!

क्रेम्बुले

15 मिनिट में बनेगा
6 लोगों के लिए

1 ग्लास या 300मिली लीटर -  दूध
5 अन्डे
कुछ कटी मेवा
1 कप चीनी
1 बड़ा चम्मच मलाई या ताजा मक्खन
1 चम्मच पिसी चीनी

कटी मेवा ,चीनी और अंडों को एकसाथ मिक्सि में चलायें।
मलाई मिला कर कुछ सेकंड को चलायें मिक्सी,सावधानी से क्रीम मिल जानी चाहिए ।दूध ठंडा होना चाहिए।
मिश्रण को 6 ओवन में रखने वाली कटोरियों में पलटें।ऊपर तक न भरें।
पिसी चीनी को सबके ऊपर बुरक दें ।
ट्रे में करके ओवन में रक्खें 250℃पर 15 मिनिट के लिए। ट्रे में 1 कप तेज गरम पानी भी डाल लें इससे पुडिंग जल्दी और नरम बनती है।

प्रेशर कुकर में भी भाप दे सकते है।
उसके लिए 1 चम्मच चीनी को एक डोंगे में गरम करें, सुनहरी होने तक।
इसमें तैयार मिश्रण पलटे और कुकर में बिना सिटी के एक गिलास पानी में डोंगे को रख कर 10 मिनिट तक भाप में पकने दें।
ठंडा होने पर पलट लें।
और चिक्की और मेवा से सजा कर परोसें।

Saturday, 19 November 2016

मूली की चुररि (सलाद)

यू पी में खाने के साथ कई तरह के सलाद परोसें जाते है।जिसमें खास है चुर्रि

बनाने में सादा खाने में फायदेमंद और स्वादिष्ट

चुररि

1 कसी मूली
1 कटा टमाटर
1/2इंच बारीक़ कटा अदरक
1 हरी मिर्च
थोडा हर घनिया
नमक और नीबू का रस इच्छानुसार

सबको मिलायें और खाने से साथ तुरंत परोसें।
अगर पहले से बनाना हो तो सब अलग रखें वर्ना पानी छोड़ देगा।

Thursday, 17 November 2016

चिली सौस

चिली सौस बनाना आसान है और घर में अपनी पसंद से बनाई जा सकती है।अगर तीखा खाना है तो पतली और छोटी वाली मिर्च लें।
कम तेज चाहिए हो मोटी हरी मिर्च भी इस्तेमाल कर सकते है।
बिना किसी केमिकल के ये साल भर रक्खी जा सकती है।किसी और तरह की ग्रेवी में प्रयोग करें या चटनी की तरह,ये हमेशा आपके पास तैयार रहेगी।

चिली सौस

1 घंटा लगता है।
साल भर रह जाती है।

500 ग्राम हरी मिर्च
300 मिलीलीटर सिरका
4 चम्मच नमक
2 चम्मच अजीनोमोटो
एक काँच की साफ और सूखी बोतल

1 कप छिला लहसुन (चाहें तो)

सभी सामिग्री को कुकर में 5 मिनिट का प्रेशर लगायें।
अपने आप ठंडा होने दें ।
साफ मिक्सि में पीस लें और ऐसे ही या छन्नी से छान कर, बोतल में भर कर रख लें।
पानी बिलकुल नहीं डाले वर्ना ख़राब हो जायेगी ।

Wednesday, 16 November 2016

ब्लूबेरी क्रश

फल मौसम में ही मिलते है।अगर उनका सारे साल इस्तेमाल चाहते है तो उन्हें साल भर के लिए सुरक्षित रख सकते है।
जैम,जैली या पल्प को चीनी में करके या ब्रायन में फर कर ।
फलों के रस से ही वाइन भी बना सकते है ।सभी चीजें बाज़ार में बिकती भी है और इनका अच्छा बाज़ार भी है।
आपके ऊपर है आप किस तरह फायदा लेते है।

काले अंगूर की अच्छी किस्में भारत में बिकती है।इनसे बढ़िया वाइन बनती है जिसमे साल भर लगता है ,यीस्ट से रस को फरमेन्ट करने और बाक्टेरिया से बचाने के साथ चीनी में ऐसा संरक्षित किया जाता है कि जितनी पुरानी वाइन उतनी ही अच्छी ।

यहाँ काले अँगूर का क्रश बनाना बता रही हूँ

1 kg फ्रेश अँगूर
1 लीटर पानी
700 ग्राम चीनी
1/2चम्मच सिट्रिक एसिड
1 चम्ममच पोटासियम मेटा बायं सल्फेट
2 साफ (उबली) कांच की बोतल हवा बंद ढक्कन वाली

अंगूर को साफ पानी में धो कर साफ कपडे फर फैला लें।गले और ज्यादा पके अँगूर को हटा दें इनके कारण क्रश ख़राब हो सकता है।
पानी बिलकुल सुख जाने दें ,अँगूर के ऊपर से।

पानी और चीनी को उबालें और 2 मिनिट तक उबलने दें।
आंच से उतारे और काले अँगूर के साथ पीस कर छाने मोटी छन्नी से।ये गूदा ऐसे भी इस्तेमाल कर सकते है और फ्रिज में भी 8 से 10 दिन तक आराम से चल जाता है।
अगर साल भर रखना हो तो - साइट्रिक एसिड मिलायें और पोटेशियम मेटा बाई सल्फेट मिलायें।
गरम को ही गरम बोतल में भरें। ढक्कन को ढीला रखें जब तक हवा ,जरा भी न रहें।इसके लिए बोतलों को 10 मिनिट गरम पानी में रखें ।बुलबुले निकल जायेगे।ढक्कन कसे।
ठंडा हो जाने पर मोम से सील करें।




ब्रेड इडली सब्जियों के साथ

भारत में सर्दी के मौसम में बहुत सारी सब्जियां मिलती है,उनका ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने का मन करता है।ये भी एक झट से बनने और सबको पसंद आने वाली चीज़ है।

ब्रेड इडली सब्जियों के साथ

4 ब्रेड स्लाइस
2 कप कसी हुई मिक्स्ड सब्जियां
1 चम्मच सांभर पाउडर
1 चम्मच नमक
1/2 चम्मच एनो साल्ट
1 चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
1 /2कप छांछ

ब्रेड को चुरा करें।
सब्जियों में नमक ,एनो सॉल्ट,मसाला और अदरक लहसुन पेस्ट और ब्रेड चुरा अच्छे से मिला लें।
इडली पात्र में चिकनाई लगायें और भाप में पकाने के लिए पानी गरम करें।
छांछ को तैयार मिश्रण में मिलायें और पेस्ट समान करें।इसको इडली पात्र में इडली बनाने के लिए भरें और 8 मिनिट के लिए भाप में पकायें।

माइक्रोवेव में 4 मिनिट में ही तैयार हो जाती है।
सांभर और चटनी के साथ या ऐसे ही छौंक के परोसें।




Baked dumplings

Radish dumplings

1 radish
1 tomato
1 green chilli
1 tablespoon coriander leaves
1 teaspoon lemon juice
1 teaspoon salt
3 slices atta bread
1 teaspoon butter

Mix chopped tomato, finely cut chilli, coriander and Peeled and grated radish.
Make bread crumbs from slices.
Mix butter and salt to the crumbs.
Mix the crumbs to radish salad and make 6 small cakes .
Bake for 10 minutes at high temperature or grill for 2 or 3 minutes or until become golden and crisp.
Serve hot with fresh chilli sauce.
Chilli sauce recipe   - read from same link.

Tuesday, 15 November 2016

गोभी 65 (इंडियन चाइनीज)

गोभी 65

1 गोभी फूल
1 चम्मच अरारोट,3 चम्मच मैदा,नमक और अजीनोमोटो  का घोल बनाये
तलने के लिए तेल

1 शिमला मिर्च
2 प्याज
6 लहसुन कली
1 इंच अदरक
 करी पत्ता, हरी मिर्च
1 चम्मच राई
 1 चम्मच तेल

1चम्मच सोया सौस
3 चम्मच चिली सौस
1चम्मच कॉर्नफ्लोउर
2 चम्मच टमाटर सौस
1/2चम्ममच सिरका

तेल गरम करें और गोभी के टुकड़ों को मैदा /अरारोट के घोल में लपेट कर गरम तेल में तलें।सबको तल कर रख लें।

प्याज ,लहसुन ,अदरक और शिमला मिर्च को छोटा काट लें।
हरी मिर्च को दो टुकड़े करें।
1 चम्मच तेल में राई और करी पत्ता तड़काये और उसी में लहसुन,अदरक और प्याज भूनें।
एक बर्तन में सौस सभी और नमक अजीनोमोटो और कॉर्नफ्लोवर मिलायें और एक कप पानी मिला कर भुनी प्याज में डाले।प्याज आदि को इच्छा अनुसार कटकटा रख सकते है।
गरम होने पर फ्राइड गोभी मिला कर गरम करें ।
तेज आंच पर सारे चयनीज खाने बनते है।
गोभी 65 तैयार है ।सब्जी की तरह या नूडल्स के साथ इस्तेमाल कर सकते है।

Tomato rasam (South Indian)

रसम एक तरह का टमाटर और दाल का सूप होता है।थोड़ा खट्टा,थोड़ा तीखा और बहुत ही स्वादिष्ट । सूप की तरह पीजिये या चावल के साथ खाइये मज़ा उतना ही आएगा।

रसम 

6 लोगो के लिए
10 मिनिट में बनेगा

3 टमाटर
1/२ कटोरी बनी अरहर दाल
2 चम्मच सांबर पाउडर
1चम्मच नमक
1चम्मच ईमली गूदा
6 कली लहसुन
1 प्याज बारीक़ कटा हुआ
थोड़ी सी अदरक कसी हुई
1 चम्मच देसी घी

टमाटर,दाल,ईमली गूदा और सांबर पाउडर को साथ में मिक्सि में पीस लें।
लहसुन अदरक को बारीक़ काटे।
घी गरम करें ,राई डाले ,चटकने दें।
लहसुन,अदरक भूनें और प्याज डाले ,भुन जाने के बाद ईमली वाला पिसा टमाटर डाले।
एक उबाल आना चाहिए चलाते रहें।
अब 4 कप पानी और नमक मिलायें और 5 मिनिट तक पकने दें।
और थोडा पानी मिला सकते है तेज गरम ही परोसें,छान कर या ऐसे ही ।

Sunday, 13 November 2016

Crisp n flavored flat saloni

There are many fried snacks ,which are very common and tasty.
One such snacks with a twist is --

Flavored saloni

4 cups flour
1 cup frying sabudana
4 tablespoon oil
4 tablespoon garlic chutney
1/2  teaspoon salt
Oil for frying

To make chutney
Coriander leaves, curry leaves, lots of garlic ,salt and green chillies with lemon juice.
Grind it to make paste.

Mix flour, sabudana ,salt and oil together.
Add chutney to flour and knead it make a manageable dough.
Roll a thin layers and cut different shapes.
Heat oil and deep fry them at moderate heat.
Let them cooled for time and serve or store.

Saturday, 12 November 2016

बीज कहें अपने फल का कल



  एक कविता चिंतित मन से

               बीज कहें अपने फल का कल

पकने पर कैसा होगा फल
हर बीज कहें अपने फल का कल

सूंदर ,कोमल - चिल्लाता  जन्मे
असीमित सम्भावनाओं का उदगल

सिंचन - पोषण माली जाने समझें
पायेगा उसके   -  द्वारा अनुरूप सृजन

संसाधन-  हर बीज का हक है
बाधक क्यों ? क्रूर माली या उसका वातावरण

अप्रकृतिक जड़ -  विचिलित राहे
टेड़ी मेड़ी - दुर्गम , बार बार - आती विपदायें

आकर्षण ही समझे जड़ और चेतन मन
नियमित छटाई -  उपजाए उत्तम सर्वोत्तम फल

हर बीज   फ़ले फूले उपजाऊ धरा हो
जगमग जहाँन स्वस्थ सुन्दर संसाधन -  धन

नष्ट न हो कोई भी   बचपन
हर बीज बने फल - हर बालक को मिले सुनहरा कल !

जो हो संरक्षण की क्षमता - इच्छा
तभी बोना बीज - उपजाना फल - निभाना जिम्मेदारी !!

-------------------------------------अलका माथुर

कुरकुरी पालक की पकौड़ी

पालक और कनकौए के पत्तो की पकौड़ी बहुत ही करारी और स्वादिष्ट होती हैं।जब हर घर के आँगन में साग सब्जी उगाई जाती थी,तो ये पत्ते बीच में अपने आप ही उग जाते थे। चौलाई से कुछ लंबे पत्ते होते है कनकौए के!

पालक की पकौड़ी या पालक चाट

40 छोटे पालक पत्ते
1 कप बेसन
1/2 चम्मच सोडा
1 चाय चम्मच नमक
1/2 चम्मच मिर्च पाउडर
रिफाइन्ड तेल तलने के लिए

पालक के पत्तो को साबुत ही धो कर कपडे पर फैला लें पानी निकल जाये।
बेसन में नमक,मिर्च और सोडा मिलायें और 1/2कप पानी मिला कर धोले।
बेसन को फेटें और बहुत पतला या गाड़ा न करें ,इतना होना चाहिए की पालक के पत्ते पर चिपक कर पतली परत बना सके।
तेल गरम होने रखें।
मध्यम आँच पर हर पत्ते को बेसन में लपेट कर सकते जाये।
ध्यान रहे बेसन की मोटी परत होने से पकौड़ी कुरकुरी नहीं हो पाएँगी।

पकौड़ियों को लहसुन की चटनी के साथ या दही /सौंठ और चाट मसलें डाल कर भी परोस सकते है।

Tuesday, 8 November 2016

जैली बीन्स

जैली बीन्स

1कप पानी
1 पैकेट जेलेटिन
2 बून्द एसेंस
2 बून्द रंग
200 ग्राम आइसिंग शुगर

जेलेटिन को थोड़े से पानी में भिगोयें और बाकी पानी को उबाल लें।
जेलेटिन को मिलायें ,इसमें तेज गरम पानी ड़ालते जाये और जब तक पूरी तरह घुल जाये मिलते रहें।
रंग और एसेंस मिलायें और जैली बीन्स की ट्रे है तो उसमे या किसी कम ऊँचे प्लास्टिक ट्रे में जमने रख दें।फ्रिज में या ठंडी जगह।
1 घंटे बाद निकाले बीन्स का छोटा टुकड़े करें ।
ऊपर से आइसिंग शुगर डाले ,इस समय से पानी छोड़ेगा ऐसे ही रख दे ।
चलाते रहे ,दिन में दो बार ,दो दिन में चीनी की सुखी परत बिन्स के ऊपर जम जायेगी।
डिब्बे में करके रख लें।

टेकुवा छठ पूजा का प्रसाद

टेकुवा बनाने के लिए

1 कप सूजी
1/2कप गुड़
1 बड़ा चम्मच चीनी
1 चम्मच पिसी इलायची
2 बड़े चम्मच आटा
2 बड़े चम्मच घी
1/2कप पानी
तलने के लिए घी या रिफाइन्ड  तेल

गुड़ को पानी में धोल लें।
सूजी,चीनी और आटे में घी और इलायची अच्छे से मिला लें।
गुड़ वाले पानी से मले और किसी मोल्ड की मदत से या हाथ से भिन्न आकर बना लें।
घी गरम करें और माध्यम आंच पर सूंदर भूरे होने तक सेकें।
टेकुवा तैयार है।
 फल और टेकुवा विशेष तोर
पर अर्क देते वक्त सूर्य भगवान को अर्पण होता है।
36 घंटे के निर्जल उपवास के बाद इनसे ही उपवास खोलती है महिलायें।
सिन्दूर भी एक दूसरे को लगाती है।
गोदी के फल को पल्लू में लेने की परम्परा भी है।
श्रद्धा और श्रृंगार साथ साथ होते तो भगवान और प्रसन्न हो जाते है!!

Bonda or wada

मुम्बई का सबसे ज्यादा बिकने वाला स्ट्रीट फ़ूड है वड़ा पाव !
पेट भर जाता है,मन भर जाता है और मसाले वाली चटनियों से आत्मा तृप्त हो जाती है।
बाकि जगह इसको आलू बोन्डा या बोन्डा के नाम से जाना जाता है।

वड़ा बनाने के लिए

6 उबले छिले आलू
2 कली लहसुन
1 इंच अदरक
1 कटीप्याज
2 हरीमिर्च
थोडा हर धनिया कटा धुला हुआ
1/2चम्मच हल्दी
1 चम्मच नमक
जीरा,हींग,राई, करी पत्ता और तेल छौक के लिए

1कप बेसन
1/2सोड़ा
1 चम्मच नमक

तलने के लये तेल
8 वडे बनाने के लिए
20 मिनिट लगेंगे

तेल गरम करें और राई अदि से छौंक डाल कर लहसुन,अदरक और प्याज डाल कर भूने।
हल्दी ,मिर्च ,नमक और टुकड़ा करे आलू को भूनें और हरा धनिया मिलायें।
आंच से हटा कर आलू के गोले बना लें।

बेसन में नमक और सोडा मिलायें और पानी मिला कर पेस्ट जैसा बनाएं।
एक चम्मच नीबू रस मिलायें और फेटें।

तेल को बोन्डा तलने के लिए गरम करें।
आलू की बोल्स को बेसन में लपेट कर कढ़ाई में तलते जाये।

Monday, 7 November 2016

बची सब्जियों और सलाद के कटलेट

छोटे परिवारों में फ्रिज में कई सारी कटोरियों में थोड़ी थोड़ी सब्जियों का रखा होना आम बात है ।
नाश्ते में गरम कटलेट हमेशा सबको बहुत पसंद आते है ।एक पंथ दो काज हो जाये।

कटलेट बनाने के लिए

1 कप बची सब्जी
1 इंच अदरक कसी हुई
1 ब्रेड स्लाइस के क्रम्बस
तलने के लिए तेल

सब्जी अदरक और ब्रेड स्लाइस को एक साथ मसल लें और मन चाहे आकर के कटलेट के आकर बना लें ।बहुत गीला लगे तो और क्रम्बस मिला सकते है।
तेल गरम करें और तेज आंच पर करारे कटलेट तल लें।
4 कटलेट हर कप सब्जी से बनते है।
हरे धनिये ही चटनी के साथ परोसें


बाकी है जहाँ

बाकी है जहाँ

हजारों हसरते जहन में,घर बसाये बैठी है
विश्राम न लू ,जीवन में कभी
पहले ही घुट न जाये दम !
कोई और चले मेरी राह
हसरतो के संग,उम्मीद अभी बाकी है!!

तुलसी,कबीर,पेमचंद न बसा पाये मेरा घर
वही हम,वही धर्म,वो ही समाज
हर युग में राम और रावण
अर्जुन भी, कृष्ण भी, गीता के उपदेश भी
महाभारत के बीच - राम राज्य की सोच बाकी है!!

सावन पतझड़ दोनों आयेंगे ,पत्ते सारे झड़ जायेंगे
कोंपल नई जरूर निकलेगी
कलियाँ निरन्तर खिलती रहेंगी
पेड़ सूख भी जाये तो क्या!
सूखी डाली,पक्षियों का बसेरा अभी भी बाकी है !!


Sunday, 6 November 2016

छठ पूजा या छैठ पूजा

छठ - माता सीता के घर जनकपुरी में भी मनाये जाने वाले इस बहुत मुश्किल और महत्त्व के व्रत का जिक्र कर रही हूँ।भारत में, बिहार में ख़ास तौर से मनाया जाता है ,दीवाली के बाद कार्तिक माह की छट तिथि का यह व्रत चार दिन की तपस्या से पूर्ण होता है।नेपाल में भी इसी विधि विधान से मनाया जाता है।
भिलाई एक ऐसी जगह है जहाँ सभी प्रान्त के लोग रहते है और हर त्यौहार को बड़े उत्साह से मानते है।
कई लोग परेशानी के वक्त मन्नत माँग लेते है और व्रत उठा लेते है सूर्य भगवान और उनकी पत्नी छठी माता की महरबानी और आशीर्वाद से मन्नत पूरी हो जाने पर पुश्तों तक नियम का पालन जरूर करते है।
श्रद्धा और भक्ति हर मन्नत के साधक और पूरक है।

कब - कार्तिक माह की छट को
       -  कोई कोई होली के बाद भी चैती छठ पूजते है

चार दिन तक की साधना

1 - नया खाय -अरवा अरवाइन् -
 कददू या लौकी और चावल का भोग, गंगा स्नान के बाद एक बार खाते है।
जिस घर में एक भी सदस्य व्रत कर रहा होता है नियम घर के सभी लोग पालन करते है ।घर में तामसिक भोजन नहीं लाया और खाया जाता है।
2 - खरना या  खीर रोटी
सुबह से पूजा अर्चना के साथ खीर बनाने की तैयारी होती है ।
नया चूल्हा आँगन लीप कर बनाते है।
खीर -
1 कप नया चावल
3 लीटर दूध
1 1/2 कप गुड़
दूध को धीमी आंच पर पकने रख दें।
भीगे चावल डाल कर चलाते रहें।
जब खीर पक जाये ,आंच से निचे उतार कर रखें।
कुछ देर बाद ही गुड़ को बारीक़ काट कर या फोड़ कर डाले नरम हो जाने पर ही चलायें।

इसी तरह नहा धो कर शुद्धि से खीर रोटी का भगवान को भोग चढ़ाते है और सबको खिला कर खुद खाते है ।
खीर और रोटी शाम को खाते वक्त कोई भी आवाज़ नहीं सुनाई देनी चाहिए ।गलती से भी आवाज सुन लेने से खाना उतने पर ही छोड़ देते है व्रत करने वाले!
ये प्रसाद जितने लोगो को दिया जाये उतना शुभ होता है।
कुछ घरो में बहुत सारे परिवारों को भोज कराने का भी रिवाज़ है जिसमें खीर /रोटी पूरी के साथ बिना प्याज की सब्जियां हो सकती है।

3- खरना के बाद से निर्जल उपवास होता है।

डूबते सूरज कोअर्क - शाम को डूबते सूरज की पूजा होती है।जिसकी कई विशेष बाते है।
1 - नए सुप या टोकनी में चढ़ावा रखा जाता है।
2 - सब चढ़ावे का सामान सुप में रखा जाता है।
जितने भी फल ,दिए और ठेकुवा ,फूल अदि सबको सुप में रखा जाता है।
कई सुप भर कर भी चढ़ावा हो सकता है।
3- जो भी चढ़ावा हो सभी को हाथ में ले कर कमर तक पानी के अंदर खड़े हो कर पूजा और परिक्रमा करना होता है।परिवार के लोग भी गंगा में खड़े हो कर साथ दे सकते है।

 उगते सूर्य को अर्क -
इसी तरह सूर्य उदय के समय भी गंगा में कमर तक पानी के अंदर खड़े हो कर सूर्य भगवान की पूजा होती है।
40 घंटे के बाद ही शुद्ध रसोई बना कर व्रत खोला जाता है।
माता छठी (सूर्य भगवान की पत्नी ) सब पर कृपा करें !!
जय छठी माता की !!

खीर 

Saturday, 5 November 2016

खीर सवैया या जवे

जवे- यही कहती थी 60-70 के दशक तक महिलाये ,उनको हाथों से बहुत बारीक़ बारीक़ ,खुद ही बनाती और सुखाती थी । वेरमिसिलि मशीन से बनी सुन्दर सेवई बाज़ार में बिकने लगीं।
कुछ ही घरों में बुजुर्ग मेहनती महिलायें जवे बनाती थीं और उससे भी कम लोग उनको पसन्द से खाते थे।
मुझे लगता है 2016 में शायद ही किसी के पास समय और इतना पेशेंस है की जवे बनाये सुखाये सहेजे और फिर उसकी खीर बना कर खाये।
जिस घर में 80 साल के या 60 साल के लोग है वहाँ कभी कभार जवो को जिक्र हो जाया करता है।
अपके लिए उसको बना कर तस्वीर डाल रही हूँ।

जवे -
पुराने समय में मैदा भी आटे को बारीक़ कपड़े से कपड़छन करके निकाली जाती थी।
1 कप मैदा  को सख़्त मल कर कटोरी के निचे दबा कर रख लिया जाता था।
फिर उसमे से थोड़ा से,एक टेनिस बॉल जितना हाथ में ले कर,एक सिरे से बड़ा करते और फिर किनारे को,एक अंगुली और अंगूठे के बीच मसल कर ,बहुत बारीक़ जवे तोड़े जाते थे।उनको फिर सुखाया जाता था।
खीर बनाते समय पहले जवे घी में भूने जाते है फिर गाहढे दूध में पकाते थे।

खीर
1 लीटर दूध
1/2कप बारीक़ सेवई
1/2कप चीनी
1 चम्मच कटी मेवा
1 चुटकी पिसी इलायची

सेवई अगर भुनी है तो ठीक वर्ना कढ़ाई में सेवई को हल्के भूरे रंग में भुन लें।
दूध को उबलने रखें।4 मिनिट उबलने दें ।
उबलते दूध में भुनी सेवये डाले और गलने तक 5-7 मिनिट तक पकायें।
लगातार चलाते रहें ,ग़ाड़ी हो जाये तब तक पकायें।
आंच से हटा कर चीनी ,इलायची और मेवा मिलायें।

गरम या फ़्रिज में ठंडा करके खाएं।


रक्षा बंधन पर माथुरों में सेवई जरूर ही बनती थी।
दीवार पर दो कागज पर रक्षा बंधन के चौक लाल रंग से बनाते है।
इनमें श्रवण कुमार भी दोनों पालो में उनके माता पिता के साथ दिखाए जाते है।
उस पर राखी को सेवई से उन पर लगते है ,पूजा करते वक्त।

Friday, 4 November 2016

Cake Pudding eggless

Cake pudding

500 grams cake
300 grams whipped cream
4 cups oranges (jira )
2 tablespoon marmalade or jam
1 orange for garnish
4 tablespoon squash
1 gless bowl (4×9×2)

Make thin slices out of cake.
Arrange one layer of cake at the bottom of bowl.
Sprinkle some orange squash on cake and than spread a layer of whipped cream over it.
Mix 2 tablespoon cream with orange jira,spread half of it over cream layer.

Mix one spoon hot water with marmalade and take it in a paper cone and spread it along the edges of bowl.

Put another layer of cake over orange and then remaining oranges jira.
Decorate the top with cream and orange and marmalade.

TO TAKE OUT JIRA SLIT EACH SLICE from the back with a sharp knife and open to remove pith the white parts.

Serve pudding chilled after 1 hour.

Thursday, 3 November 2016

मातृभूमि

मन तेरा निर्मल कोमल ,इरादा फौलाद है
ममता हर रिश्ते में दिखती,लावा दुश्मन को देहला दे ।
मुश्किल नहीं कैसे भी हालात,हमेशा पार लगाये - फौजी- माँ का लाल ,खेबन्हार

इतना साहस, ऐसा जज़्बा - कहाँ से लाये मेरे लाल
इच्छा-इरादा-सतत प्रयास, अनुशासन और शक्ति  भरे इंसान ।
असम्भव को संभव कर देता,जहाँ देश का हर फौजी - माँ का लाल ,खेबन्हार

कुछ मुझको भी सिखला दो - मेरे लाल
आँसू रोक,आशीष दे सकूँ, मुझसे पहले मातृ भूमि है- सरहद पर भेज सकूँ ।
शीर्ष सम्मान - सबसे ऊपर मेरा भारत देश महान - उम्मीदे तुमसे वीर जवान

मुझको करने है काम बहुत - जितने भी है मेरे लाल
कर्म - निष्ठां- कर्तव्य प्रधान निरंतर सभी में सदा हो एक सामान ।
स्वच्छता  शांति सौंदर्य बना सकने वाले - सारे भारतवासी हो जाये एक सामान

-----------------अलका माथुर

Wednesday, 2 November 2016

Cream of tomato soup

Home made fresh soup are the best.Keep it ready in your fridge or freezer.

To make cream of tomato soup
For 4 person
10 minutes

6 tomatos chopped
1 tablespoon butter
1 onion chopped
1 teaspoon salt
1/2teaspoon ground pepper
1 teaspoon flour
2 teaspoon sugar
Cream to garnish

Heat butter and shallow fry onions and tomatoes.
Add flour and cook together with tomatoes.
Add 3 cups water and blend mixture in a grinder.
Strain thoroughly to get rid of seeds and skin.
Boil liquid, add salt and pepper.
Adjust with sugar and more salt if required.
Serve hot with cream and coriander leaves as garnish.


गणेश जी की कथा

एक बिन्दय बाबा चुटकी में चावल और चम्मच में दूध ले कर गांव गांव सबसे कहते ,घूमते थे की कोई खीर बना दे ।
सब हँसते उन पर और इधर उधर चल पड़ते थे।एक बुढ़िया ने कहा ,"ला बेटा में बना दू तेरे लिए खीर "
बाबा खुश हो गए बुढ़िया से कहा जाओ सारे गांव को खीर का न्योता दे दो और जो सबसे बड़ी कढ़ाई हो उसको ले आओ।
बुढ़िया ने जो भी बाबा ने कहा करती गई।बड़ी कढ़ाई आने पर बाबा ने बुढ़िया से सिद्ध दाता जय गणेश कह कर आग जलाने कहा जो झट से जल गई,कढ़ाई में दूध डालते ही वह ऊपर तक भर गई और चावल डालते ही खीर बनने लगी।
पुरे गांव के लोगो ने पेट भर खीर खाई।कढ़ाई फिर भी भरी की भरी थी।
बुढ़िया की बहू को लगा ये चमत्कारी बाबा सब खीर ले न जाये बाद के लिए भी छिपा लू ,उसने भगोना भर कर चूल्हे के पीछे खीर छिपा ली।
सबको खिलने के बाद बुढ़िया ने बाबा को भी खीर खाने को कहा, वो बहुत खुश थी उसके पास खाने को नहीं था उल्टा उस दिन वो सबको खीर खिला रही थी।
बाबा ने पहले माँ तू भी खा ले कह कर बुढ़िया को भी खाने कहा और अंत में जब खुद खाने लगे तो कहा - मै चोरी की खीर नहीं खाता ,पहले जो छिपा कर राखी है वो ले आओ ।
बिन्दय बाबा के खीर खाते ही सारी खीर समाप्त हो गई।
जाते वक्त उन्होंने बुढ़िया को आशीर्वाद दिया - तू बहुत अच्छी है जो भी कार्य गणेशजी का नाम लेकर शुरू करोगे सब सिद्ध होंगे !!
श्री गणेशाय नमः