Thursday, 3 November 2016

मातृभूमि

मन तेरा निर्मल कोमल ,इरादा फौलाद है
ममता हर रिश्ते में दिखती,लावा दुश्मन को देहला दे ।
मुश्किल नहीं कैसे भी हालात,हमेशा पार लगाये - फौजी- माँ का लाल ,खेबन्हार

इतना साहस, ऐसा जज़्बा - कहाँ से लाये मेरे लाल
इच्छा-इरादा-सतत प्रयास, अनुशासन और शक्ति  भरे इंसान ।
असम्भव को संभव कर देता,जहाँ देश का हर फौजी - माँ का लाल ,खेबन्हार

कुछ मुझको भी सिखला दो - मेरे लाल
आँसू रोक,आशीष दे सकूँ, मुझसे पहले मातृ भूमि है- सरहद पर भेज सकूँ ।
शीर्ष सम्मान - सबसे ऊपर मेरा भारत देश महान - उम्मीदे तुमसे वीर जवान

मुझको करने है काम बहुत - जितने भी है मेरे लाल
कर्म - निष्ठां- कर्तव्य प्रधान निरंतर सभी में सदा हो एक सामान ।
स्वच्छता  शांति सौंदर्य बना सकने वाले - सारे भारतवासी हो जाये एक सामान

-----------------अलका माथुर

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