हर चीज़ से सीखने का मौका मिलता है जो महसूस किया उसको पेश करती हूँ।
पढ़ाता है हर एक को शिक्षक --
बसा हर इंसा ,हर सामान में है शिक्षक !
बहुत नादान है देखो -
चुटकुला भी समझा कर सुनाता है शिक्षक
दूसरे की दुविधा मिटाने को -
हर बात कई बार दोहराता है शिक्षक
आदतन सवाल पूछता -
हर गाँठ सुलझाता है शिक्षक
हर किसी में छात्र देख कर -
सदा मुस्कुराता है शिक्षक
बच्चों के नाम खुद भूल जाये -
दूसरों को बातें याद दिलाता है शिक्षक
पढ़ने का शौक खुद रखें -
दूसरों को पुस्तक पकड़ाता है शिक्षक
सब करने के बाद बस -
थोड़ी सी इज्ज़त चाह्ता है शिक्षक
कुछ की प्रजाती ही अलग -
जन्म जात ही होते वो शिक्षक
कच्ची मिट्टी कुम्हार सा नाता -
हर रूप में शिल्पकार है शिक्षक ॥
----अलका माथुर
पढ़ाता है हर एक को शिक्षक --
बसा हर इंसा ,हर सामान में है शिक्षक !
बहुत नादान है देखो -
चुटकुला भी समझा कर सुनाता है शिक्षक
दूसरे की दुविधा मिटाने को -
हर बात कई बार दोहराता है शिक्षक
आदतन सवाल पूछता -
हर गाँठ सुलझाता है शिक्षक
हर किसी में छात्र देख कर -
सदा मुस्कुराता है शिक्षक
बच्चों के नाम खुद भूल जाये -
दूसरों को बातें याद दिलाता है शिक्षक
पढ़ने का शौक खुद रखें -
दूसरों को पुस्तक पकड़ाता है शिक्षक
सब करने के बाद बस -
थोड़ी सी इज्ज़त चाह्ता है शिक्षक
कुछ की प्रजाती ही अलग -
जन्म जात ही होते वो शिक्षक
कच्ची मिट्टी कुम्हार सा नाता -
हर रूप में शिल्पकार है शिक्षक ॥
----अलका माथुर
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