राजिस्थानी व्यंजन बनाने में देसी घी का उपयोग बहुतायत में होता है।दावत में कलिया और रोटी बन जाये तो क्या बात है।कुछ तो कहते है उनके यहाँ मास और मास और मास बस यही बनता है । लाल मास और सफ़ेद मास राजिस्थानी खाने की खास पहचान है।
लाल मास यानी रंगत और स्वाद का राजा। तैरते घी से डर कर अगर आपने नहीं खाया तो आप बहुत ही नुकसान कर लेंगे एक नायाब स्वाद से वांछित रह जायेंगे।
लाल मास
500 मटन या चिकिन
1कप देसी घी
5 चम्मच कश्मीरी मिर्च
3 प्याज बारीक़ कटी हुई
2 चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
1 कप दही
1/2चम्मच हल्दी पाउडर
थोडा सा खड़ा मसाला
1 चम्मच नमक
4 लोगों के लिए
40 मिनिट में बनेगा
घी गरम करें उसमें सब गरम मसाले साबुत ही डालें।
प्याज भी डाल दें ।धीमी आंच पर भूनें।
प्याज लाल होने लगे तब मीट डालें और लहसुन अदरक पेस्ट भी,2 मिनिट भूनें।
दही को फैट लें ,इसमें मिर्च,नमक और मिर्च मिलायें और दही को पक रहे मीट में डालें।
ढक्कन रख कर पकने दें ,बीच बीच में चलाते रहें।
जब गल जाये तब रोटी के साथ परोसें।
लाल मास यानी रंगत और स्वाद का राजा। तैरते घी से डर कर अगर आपने नहीं खाया तो आप बहुत ही नुकसान कर लेंगे एक नायाब स्वाद से वांछित रह जायेंगे।
लाल मास
500 मटन या चिकिन
1कप देसी घी
5 चम्मच कश्मीरी मिर्च
3 प्याज बारीक़ कटी हुई
2 चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
1 कप दही
1/2चम्मच हल्दी पाउडर
थोडा सा खड़ा मसाला
1 चम्मच नमक
4 लोगों के लिए
40 मिनिट में बनेगा
घी गरम करें उसमें सब गरम मसाले साबुत ही डालें।
प्याज भी डाल दें ।धीमी आंच पर भूनें।
प्याज लाल होने लगे तब मीट डालें और लहसुन अदरक पेस्ट भी,2 मिनिट भूनें।
दही को फैट लें ,इसमें मिर्च,नमक और मिर्च मिलायें और दही को पक रहे मीट में डालें।
ढक्कन रख कर पकने दें ,बीच बीच में चलाते रहें।
जब गल जाये तब रोटी के साथ परोसें।
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